रामगढ़। सीसीएल के कुजू प्रक्षेत्र अंतर्गत करमा परियोजना में चाल धंसने के बाद जमकर राजनीति भी हुई थी। सबसे बड़ा आरोप जेएलकेएम के नेताओं पर लगा है। उन लोगों के जरिये गलत तरीके से घटनास्थल से शव को लेकर भागा गया। फिर जीएम कार्यालय के बाहर कई शवों को रखकर आंदोलन किया गया। उनके इस गैर कानूनी कार्य की वजह से सीसीएल को एक करोड रुपये का नुकसान हुआ है। इस मामले में जेएलकेएम के दो नेताओं बिहारी महतो और पनेश्वर महतो सहित कुल छह लोगों के खिलाफ सुरक्षा प्रभारी ने कुजू ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

यह भी पढ़े : पूर्णिया: डायन के आरोप में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या
अवैध खनन में लगे हुए थे कई महिला और पुरुष
करमा परियोजना के सुरक्षा प्रभारी यासर अराफात ने पुलिस को बताया कि 4 जुलाई की रात गश्ती दल महुआ टुंगरी में निरीक्षण करने गया हुआ था। इस दौरान उन्होंने देखा कि काफी संख्या में महिला और पुरुष अवैध खनन कार्य में लगे हुए हैं। जब गश्ती दल ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो उन पर अवैध खनन करने वाले लोगों ने पथराव भी किया। गश्ती दल के हटते ही वहां दोबारा अवैध खनन शुरू हुआ और चाल धंसने से चार मजदूरों की मौत हो गई। सुरक्षा प्रभारी यासर अराफात ने बताया कि मलबे से एक मजदूर की लाश निकाली गई। वहां पता चला कि ग्रामीणों के जरिये पहले ही तीन शवों को निकाल लिया गया था और उसे लेकर ग्रामीण फरार हो गए।
जेएलकेएम नेताओं ने मृतक के परिजनों को दिया प्रलोभन, किया आंदोलन
सुरक्षा प्रभारी यासर अराफात ने जेएलकेएम के दो नेता सहित कुल छह लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि वे लोग मृतकों के परिजनों को बहला फुसलाकर एवं तरह तरह के प्रलोभन दे कर आंदोलन किया। इनमें रवि महतो , रूपा देवी, बिहारी महतो , पनेश्वर महतो, लीलावती देवी , मो मुस्लिम एवं अन्य लोगो के जरिये तीन शवों को करमा परियोजना के मुख्य द्वार के सामने रखकर गेट को जाम किया गया।
कार्यालय बंद होने से सीसीएल को हुआ एक करोड का नुकसान
सुरक्षा प्रभारी ने पुलिस को बताया कि सीसीएल कंपनी और झारखंड सरकार को भारी राजस्व की हानि हुई है । साथ ही कंपनी के सरकारी गार्ड एवं कर्मियों के साथ मार पीट किया गया और जान से मारने की धमकी दी गई। अब तक करमा परियोजना का लगभग 2500 टन कोयला एवं 4000 क्यूबिक मीटर ओवर बर्डन का उत्पादन नहीं हो पाया। जिससे लगभग ऐ करोड रुपये की क्षति कंपनी एवं झारखंड सरकार को हो चुकी है। इस समस्त भीड़ का नेतृत्व मुस्लिम अंसारी, पिता – लाल मोहम्मद अंसारी, ग्राम – महुवा टुंगरी द्वारा किया जा रहा था। पुलिस ने उन लोगों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने एवं राजस्व को नुकसान पहुंचाने को लेकर कार्रवाई शुरू की है।


