Ranchi : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ( JSSC ) द्वारा संचालित CGL परीक्षा पर विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं दूसरी तरफ छात्रों में नाराजगी देखने को मिल रही है। आज कड़ी धूप में भी दिनभर JSSC कार्यालय के समक्ष डटे रहे। आंदोलन का सशरीर समर्थन देने छात्र नेता देवेंद्रनाथ महतो आंदोलन स्थल पहुंचे और आंदोलनरत छात्रों का मनोबल बढ़ाया।
उन्होंने सरकार और आयोग के गलत कर्मों पर कहा कि जब राज्यपाल महोदय द्वारा सरकार को प्रश्नपत्र लिक ( Paper Leak ) का जांच करने का आदेश दिया, तो फिर मनमाने तरीके से आनंन-फानन में आंसर की जारी करना गलत है। परीक्षा में इंटरनेट सेवा बंद करना और आंदोलन स्थल में छात्रों को डराने के लिए निषेधाज्ञा ( Injunction ) लागू करना तुगलकी फरमान का संकेत है। सरकार तमाम साबूतो को संज्ञान में लेते हुए स्वतंत्र जांच करें और परीक्षा को रद्द करें।
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बता दे कि CGL परीक्षा 21 और 22 सितंबर को झारखंड के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में ऑफलाइन संचालित किया गया था। उस दिन से ही प्रश्नपत्र लिक आउट होने का विवाद लगातार चल रहा है। जेएसएससी कार्यालय घेराव को लेकर आज सुबह के 11:30 बजे से ही छात्रों का जमावड़ा शुरू हो गया था। रोकने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कड़े बेरी कटिंग और सैकड़ो पुलिस बल को तैनात किया गया था। फिर भी छात्रों ने “परीक्षा रद्द करो” के आवाज को बुलंद करते हुए बैरिकेडिंग के समीप दिन भर डटे रहे। प्रशासन के साथ कई बार नोक-झोंक भी हुआ। बाद में देर शाम को छात्र मंडली के उदय मेहता, विशाल पॉल, विनय सिंह, काजल मंडल, कुणाल प्रताप, रोहित सिंह द्वारा आयोग के पदाधिकारीयों से वार्ता हुआ। आयोग के सचिव ने सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि मामले की संपूर्ण जांच के उपरांत ही रिजल्ट का प्रकाशन किया जाएगा।
आज के इस आंदोलन में छात्र नेता देवेंद्रनाथ महतो, मनोज यादव, कुश महतो, संजय मेहता, योगेश भारती, प्रेम नायक, दमयंती मुंडा,राजेश ओझा,अरुण सर ने भीड़ के मोर्चा संभाला ।
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