धनबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन एवं मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की उपस्थिति में धनबाद जिले के सिंदरी स्थित हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड कारखाना (हर्ल) राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर लगभग 36 हजार करोड़ रुपये की रेल, बिजली और कोयला क्षेत्र से संबंधित कई विकास योजनाओं का भी उद्घाटन-शिलान्यास हुआ।
मौके पर मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा और अमर वीर शहीद सिदो कान्हू की पावन भूमि और कोयला नगरी धनबाद में प्रधानमंत्री का अभिनंदन और जोहार किया। उन्होंने कहा कि झारखंड को आगे बढ़ाना है। इस राज्य को हमें संवारना है। बदलते समय के अनुरूप इस राज्य का नवनिर्माण करना है। मुझे प्रधानमंत्री से पूरी उम्मीद है कि वे झारखंड को आगे बढ़ाने में इस राज्य को पूरा सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। सिंदरी खाद कारखाना के पुनर्जीवित होने से जहां किसान लाभान्वित होंगे, वहीं रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यहां के युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा। इससे इलाके में समृद्धि आएगी और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
खनिज संपदा से धनी है झारखंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड का भौगोलिक परिवेश देश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में कई मायनों में अलग है। एक तरफ यहां लोहा, कोयला, बॉक्साइट और यूरेनियम जैसे कई खनिज प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं तो खेत- खलिहान पर भी ग्रामीणों की एक बड़ी आबादी निर्भर है। ऐसे में राज्य के सम्यक विकास के लिए दोनों के बीच संतुलन जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के आदिवासियों-मूलवासियों और किसानों-मजदूरों को उनके पैरों पर खड़ा कर हम इस राज्य को मजबूती दे सकते हैं। इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ राज्य सरकार निरंतर काम करते आ रही है।
किसानों को बना रहे हैं सशक्त और स्वावलंबी
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को स्वावलंबी और सशक्त बनाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। हमारा प्रयास है कि हर खेत में सालों भर पानी रहे, ताकि किसान बेहतर तरीके से खेती कर सके। इसके लिए सिंचाई परियोजनाओं पर विशेष रूप से काम हो रहा है। किसानों को आधुनिक तकनीक से कृषि कार्य करने के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित किया जा रहा है। किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। ऐसे में जब खेतों में उपज बढ़ेगा तो खाद्यान्न को लेकर हम और आत्मनिर्भर बनेंगे।