देवीधुरा (चंपावत)। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बग्वाल मेले में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मां वाराही मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की और मां वाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच खेले जाने वाले प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने।
पाटी ब्लॉक के मां बाराही धाम देवीधुरा खोलीखांड डुवाचौड़ मैदान पर सुबह प्रधान पुजारी ने पूजा अर्चना की। इसके बाद 12 बजकर 40 मिनट से एक एक कर सभी चारों खामों और सात थोक के बग्वालियों का आगमन हुआ। सबसे पहले सफेद पगड़ी में वालिक खाम ने मंदिर में प्रवेश किया। उसके बाद 1:08 मिनट में गुलाबी पगड़ी पहने चम्याल खाम ने प्रवेश किया।
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दोपहर बाद 1:36 मिनट पर गहड़वाल खाम ने मंदिर में प्रवेश किया। सबसे आखरी में पीली पगड़ी पहने लमगड़िया खाम ने प्रवेश किया। सभी खामों के प्रवेश के बाद प्रधान पुजारी द्वारा मंदिर से शंखनाद किया गया जिसके बाद 2:14 मिनट पर बग्वाल शुरू हुई। बग्वाल शुरू होते ही मां के जयकारों से पूरा खोलीखाण दुवाचौड़ मैदान के साथ पूरा मंदिर गुंजायमान हो गया। पीठाचार्य पंडित कीर्ति बल्लभ जोशी का कहना है कि फल फूलों से चार खाम और सात थोकों के बीच खेली जाने वाली यह बग्वाल देखने वालों के लिए भी फलदायी है। उन्होंने बताया कि इस बार 10 क्विंटल से अधिक फलों से खेली गई।