बाराबंकी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बाराबंकी में बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने कहा कि अब कोई भी बाढ़ पीड़ित परिवार सरकारी सहायता से वंचित नहीं रहेगा। उसे हर हाल में सभी सरकारी सहायता का लाभ अवश्य मिलेगा।
बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने महादेवा ऑडिटोरियम में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग क्षेत्र में बरसात के मौसम में बाढ़ व अन्य दैविक आपदाओं का प्रकोप चल रहा है। प्रदेश के 75 जनपदों में से 32 जिलों में सामान्य से कम बारिश होने से वह सूखे की चपेट में है तथा 38 जिलों में सामान्य से काफी ज्यादा वर्षा होने के चलते उफ़नाई नदियों के पानी से बाढ़ की चपेट में है।
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बाराबंकी जनपद के भी कुछ गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। अभी कुछ दिनों पूर्व इन गांवो में जिले के प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद को बाढ़ राहत का जायेजा लेने व राहत सामग्री वितरित करने को भेजा था।
आज रक्षा बंधन त्योहार के अवसर पर मैंने स्वयं बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया हैं। देवाधिदेव महादेव के दर्शन व पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन गांवो में 15 दिन से ज्यादा बाढ़ रही है वहां पर दो बार तथा 30 दिन वाले गांव में तीन बार रहत सामग्री वितरित की गई हैं। जिन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं उन्हें मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिए जाएंगे। सर्पदंस वन्य जंतु छुटटा जानवरों तथा बाढ़ के पानी से हुई जनहानि के मामलों में पीड़ित परिवार को दैविक आपदा सहायता कोष से चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल दी जाएगी।
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प्रदेश के मुखिया ने मंच पर आने से पहले सीधे बाढ़ पीड़ित लाभार्थियों के पास जाकर उनके कुशल छेम पूछ कर बाढ़ राहत सामग्री पाए जाने के बारे में जानकारी की।
इस मौके पर प्रदेश के खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, सांसद उपेंद्र सिंह रावत, एमएलसी अंगद सिंह, अध्यक्ष जिला पंचायत राजरानी, अमित अवस्थी,दीपक मिश्रा विनय वर्मा सहित भारी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।