सोनीपत। मुख्यमंत्री उड़न दस्ता की टीम ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर सोमवार को खरखौदा के बरोणा मार्ग पर बिना लाइसेंस चल रहे नशा मुक्ति केंद्र पर छापा मारा। नशा मुक्ति केंद्र में 37 लोग मिले, उनके लिए सुविधाओं की व्यवस्था खानापूर्ति मात्र की गई थी।
बगैर लाइसेंस के चल रहे नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मरीजों ने अपनी व्यथा सुनाई कि उनको यहां बंदी बनाकर रखा हुआ है व ब्लैक मेल किया जाता है। मुख्यमंत्री उड़न दस्ता की टीम जांच करने में लगी हुई है। डिप्टी सीएमओ डॉ. योगेश गोयल ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है। नशा मुक्ति केंद्र के लिए जरूरी चिकित्सक मौजूद नहीं मिला है, उनकी उपस्थिति के बगैर ही यहां पर रखे गए लोगों को इलाज किया जा रहा है।
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केंद्र में 37 लोगों के लिए 13 चारपाई हैं। इस संदर्भ में संचालक पर कार्रवाई हो सकती है, जिसके लिए टीम सबूत जुटाने में लगी हुई है। नशे के रूप में प्रयोग की जाने वाली दवा भी मिली है। केंद्र में मिले मरीजों ने संचालक पर अमानवीय व्यवहार के आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें यहाँ से छुटकारा दिलाया जाए।
डिप्टी सीएमओ का कहना है कि यहां पर मिले मरीजों को दूसरे नशा मुक्ति केंद्र में व्यवस्था करवाई जाएगी। ड्रग इंस्पेक्टर संदीप हुड्डा व सीएम फ्लाइंग की टीम में एसआई सुनील कुमार, एसआई महाबीर, एएसआई राजेश मामले की जांच करने लगे हुए हैं।