भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवनियुक्त 241 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों और 10 वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों को मंगलवार को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आप उन चंद सौभाग्यशाली लोगों में से हैं, जिनको शासकीय सेवा में आने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है। सरकारी नौकरी आत्मविश्वास का भाव जगाती है। लोकतंत्र में जनता के लिए कल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने का एक मात्र माध्यम अधिकारी और कर्मचारी हैं। इस अवसर पर कृषि मंत्री कमल पटेल एवं विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस वर्ष 15 अगस्त तक एक लाख पदों पर भर्तियां कर दी जाएंगी। ये प्रक्रिया लगातार चल रही है। सरकारी नौकरी मिलने के बाद जीवन में एक निश्चिंतता आती है, लेकिन निश्चिंतता एक ये भाव भी पैदा करती है कि अब तो नौकरी मिल गई। ऐसा भाव सभी के लिए नुकसानदायक है। हम योजनाएं बनाएंगे, उन्हें क्रियान्वित कर जनता तक उनका लाभ पहुंचाने का दायित्व आपके कंधों पर है। आप सरकारी सेवा में केवल अपने लिए नहीं हैं। आपके अच्छा काम करने से लाखों जिंदगी संवर जाएंगी। आप बेहतर कार्य नहीं करेंगे तो कई लोगों को नुकसान होगा, इसलिए आज हम ये तय कर लें कि जी-जान लगा कर किसानों की जिंदगी बदलने के अभियान में जुटना है।
उन्होंने कहा कि मप्र ने कृषि क्षेत्र में लगातार ऐसी ग्रोथ रेट हासिल की है कि केंद्र सरकार हमें कृषि कर्मण अवॉर्ड लगातार देती रही है। पिछले कुछ वर्षों में हमारे किसानों ने अनाज उत्पादन में चमत्कार करके दिखाया है। अनाज उत्पादन में 700 फीसदी की वृद्धि हुई। हमने गेहूं उत्पादन में पंजाब, हरियाणा को पीछे छोड़ दिया। कृषि सेक्टर में हमने जबरदस्त प्रगति की है। हमारे प्रदेश में कृषि में अपार संभावनाएं हैं।
कृषि मंत्री पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश कृषि विभाग के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। गरीबों-किसानों के मसीहा, बहनों के भैया, बच्चों के मामा, युवाओं के हृदय सम्राट, गरीब माता-पिता के श्रवण बेटा, मध्यप्रदेश के साढ़े 8 करोड़ जनता के आंखों के तारे मुख्यमंत्री चौहान के आशीर्वाद से आज ये दिन आया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कृषि विभाग ने 3 वर्षों में बहुत तरक्की की है, हम सभी के अथक प्रयासों से कृषि विकास दर लगातार बढ़ रही है। हम चाहते हैं कि किसान अपने उत्पादों को प्रोसेस कर एमआरपी पर बेचें। हमारा प्रयास है किसान के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध हो और आधुनिक तकनीकों की सुविधाएं हों।