पालनपुर (गुजरात): भारतीय किसान संघ के तीन दिवसीय 14वें अखिल भारतीय अधिवेशन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल ने कहा कि हमारे लिये देश हित की चौखट पर किसान हित है। हम भाषावाद, जातिवाद, प्रांतवाद से दूर हैं क्योंकि हम भारत माता की जय बोलते हैं। अगले तीन वर्ष का रोडमैप तैयार कर किसान संघ को काम करना होगा।
अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी ने कहा कि 2047 की विकसित भारत की संकल्पना को पूर्ण करने के लिये गौ कृषि वाणिज्यम् के साथ कृषि अनुकूल तकनीकी को अपनाकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा हिस्सा कृषि का है, इसलिये समग्र विकसित भारत के निर्माण में कृषि व किसान पर बड़ा उत्तरदायित्व है।
नए अध्यक्ष व महामंत्री का निर्वाचन
भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष व महामंत्री का निर्वाचन किया गया। देश भर से आए प्रतिनिधियों ने के. साई रेड्डी (तेलंगाना) को अखिल भारतीय अध्यक्ष व उड़ीसा के मोहिनी मोहन मिश्रा को अखिल भारतीय महामंत्री चुना। अध्यक्ष व महामंत्री द्वारा घोषित कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष टी पेरूमल, राम भरोस वासोतिया, विशाल चंद्राकर, सुशीला विशनोई को चुना गया। अखिल भारतीय मंत्री बाबू भाई पटेल, डॉ. सोमदेव शर्मा, भानु थापा, वीणा सतीश, कोषाध्यक्ष युगल किशोर मिश्र, संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी, सह संगठन मंत्री गजेंद्र सिंह, जैविक प्रमुख नाना आखरे, महिला संयोजिका मंजू दीक्षित, कार्यालय प्रमुख चंद्रशेखर जी, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल को घोषित किया।
60 हजार गांवों में किसान संघ की सक्रिय ग्राम समिति
भारतीय किसान संघ के अधिवेशन में प्रस्तुत सदस्यता वृत्त के अनुसार 60 हजार गांवों में किसान संघ की सक्रिय ग्राम समिति बनी है। इन ग्राम समितियों के माध्यम से 42 लाख किसानों को देश भर में भारतीय किसान संघ ने सदस्य बनाया है।
भारतीय किसान संघ के तीन दिनों तक चले अखिल भारतीय अधिवेशन में नौ सत्र हुए। जिसमें विभिन्न प्रांतों से आये अध्यक्ष महामंत्रियों ने अपनी क्षेत्रीय भाषा बोली में अपने अपने राज्यों में किसान संघ के द्वारा किये जा रहे संगठनात्मक, आंदोलनात्मक व रचनात्मक कार्यक्रमों का वृत्त रखा।
अधिवेशन में दो प्रस्ताव पारित
किसान संघ के अधिवेशन में ‘जैविक खेती एक जिम्मेदारी’, ‘समग्र ग्रामीण की दिशा में कृषि मनुष्य बल का उचित प्रबंधन’, यह दो प्रस्ताव पारित किए गए। जिसमें देश भर के सभी किसानों से जैविक खेती अपनाने का आह्वान किया गया। दूसरे प्रस्ताव में नीतियों में सुधार व बदलाव करते हुए कृषि उत्पादन, मूल्य संवर्धन, प्रसंस्करण, भंडारण, विपणन वाणिज्य, लघु कुटीर, ग्राम उद्योग, हस्तकला के आयामों, ग्राम स्वावलंबन के विचार को मजबूत करने की बात कही गई है। जिससे देश के गांव समृद्धशाली जीवन खड़ा कर सकें।
पालनपुर तक निकली शोभायात्रा
भारतीय किसान संघ अखिल भारतीय अधिवेशन के दूसरे दिन सरदार कृषिनगर दांतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय से पालनपुर तक शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें विभिन्न राज्यों से आए किसान संघ के पदाधिकारी अपनी स्थानीय वेशभूषा में शामिल हुए। शोभायात्रा में गौ आधारित प्राकृतिक खेती, जहर नहीं जैविक चाहिये, का संदेश देते बैनर ट्रैक्टर ट्रालियों में लगाए गए थे।
अधिवेशन में शामिल हुए किसानों ने सरदार कृषिनगर दांतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर एम चौहान के सहयोग से विभिन्न विभागों का भ्रमण किया। जिसमें समेकित कृषि प्रणाली, गौ आधारित जैविक खेती, जैविक खाद, प्रसंस्करण, पशुपालन, बीज तैयार करने के सफल मॉडल का अवलोकन किया। इससे पूर्व विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने किसानों को तकनीकी सत्र में उन्नत कृषि तकनीकियों व प्राकृतिक खेती के लाभ के बारे में अवगत कराया।
महिला किसानों की उपस्थिति
किसान संघ के अधिवेशन में महिला किसानों की बड़ी संख्या में उपस्थिति चर्चा में रही। देशभर के विभिन्न प्रांतों से शामिल महिला किसान अपने अपने प्रांतों की विशेष वेशभूषा में उपस्थित रहीं। गौ आधारित प्राकृतिक खेती की ट्रैक्टर पर निकली शोभायात्रा का नेतृत्व भी महिला किसानों ने किया।