Prayagraj : महाकुंभ 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं को पहली बार मां गंगा के तट पर रिवर फ्रंट पक्का घाट दशाश्वमेध घाट पर देखने को मिलेगा। यह बात सोमवार को ई ट्रिपल सी कार्यालय में महाकुंभ मेले के मद्देनजर चल रही तैयारियों की समीक्षा बैठक करने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से वार्ता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व महाकुंभ 2025 को सकुशल सम्पन्न कराने को लेकर चल रही तैयारियों में मेला क्षेत्र में 20 हजार से अधिक संतों, संगठनों अन्य संस्थाओं, 13 अखाड़ों समेत सभी संस्थाओं का पंजीकरण कर भूमि आवंटन प्रक्रिया से जोड़ा गया है। इतना ही नहीं, तीर्थ पुरोहित, पंडा, प्रयागवाल, सभी को जमीन आवंटन किया जा रहा है। खाक चौक समेत सभी का आवंटन हो चुका है। इसके साथ उन्हें अन्य उपयोगी सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है। अब तक जो भी प्रगति हुई, उसकी समीक्षा मैंने आज यहां की।
उन्होंने कहा कि पान्टून पुल इस महाकुम्भ में 22 से बढ़ाकर 30 कर दिया गया है। अब तक 20 पान्टून पुल बनकर तैयार हो चुके हैं। 30 दिसम्बर तक सभी पान्टून पुल बना लिए जाएंगे। मेला क्षेत्र में कुल 651 किलोमीटर चकर्ड प्लेट बिछाना है। इस तरह जल निगम विभाग, सिंचाई विभाग के प्रयास से मां गंगा में अविरल गंगा जल उपलब्ध है। अन्य वर्षों की अपेक्षा बड़ी गंगा जलराशि भी मां गंगा के आशीर्वाद से मिली है। वह स्वच्छ एवं शुद्ध है और आचमन योग्य है।
मुख्यमंत्री ने सभी विभागों की योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री ने बंधवा स्थित बड़े हनुमान कॉरिडोर, अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप, सरस्वती कॉरिडोर, भरद्वाज मुनि कॉरिडोर, नागवासुकी कॉरिडोर पहली बार महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं को देखने को मिलेगा। भगवान राम और निषाद राज के मिलन स्थल पर तैयार हुए श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर के साथ ही त्रिवेणी पुष्प कॉरिडोर जो पूर्व राज्यपाल पं. केसरीनाथ त्रिपाठी की परिकल्पना को भी साकार करने के लिए पर्यटन विभाग और परमार्थ आश्रम के साथ मिलकर तैयार किया गया है। प्रयागराज नगर निगम के माध्यम से पहली बार प्रयागराज की धरती पर भगवान भोलेनाथ के बारह ज्योर्तिलिंग श्रद्धालुओं को देखने के लिए मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ को दिव्य, भव्य, स्वच्छ बनाने के लिए राज्य एवं केन्द्र सरकार के सभी विभाग एक साथ मिलकर सभी योजनाओं को तैयार करने में जुटे हुए हैं। एक अच्छा समन्वय देखने को मिल रहा है।