रांची। डीजीपी अजय कुमार सिंह ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कई निर्देश दिये। डीजीपी ने राज्य के सभी जिलों में पुराने सभी लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन करने, न्यायालयों, न्यायिक पदाधिकारियों के आवासीय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त करने और कोयला चोरी पर प्रभावी रूप से रोक लगाने को कहा।
डीजीपी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक को संबोधित किया। उन्होंने सबसे पहले दक्षिणी छोटानागपुर क्षेत्र, रांची, सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा और खूंटी जिला के एसएसपी/एसपी से जिला में लंबित काण्डों की समीक्षा की। डीजीपी ने रांची रेंज के सभी जिलों में पुराने सभी लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया। साथ ही नक्सल, हत्या, साईबर अपराध, मानव तस्करी, पॉक्सो एक्ट, वाहन चोरी, एनडीपीएस एक्ट और अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में तेजी लाने पर जोर दिया।
डीजीपी ने राज्य के सभी जिलों में स्थित न्यायालय और न्यायिक पदाधिकारियों के आवासीय परिसर की सुरक्षा की समीक्षा की। उन्होंने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही राज्य के सभी एसएसपी और एसपी को जिला के न्यायालयों में अविलम्ब सीसीटीवी लगाने के लिए आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया।
इसके अलावा डीजीपी ने रांची, हजारीबाग, धनबाद, बोकारो, चतरा, रामगढ़ और लातेहार के जिलों में कोयला चोरी से संबंधित लंबित कांडों की भी समीक्षा की। इस क्रम में कोयला चोरी से संबंधित सभी काण्डों का त्वरित निष्पादन करने और कोयला चोरी रोकने के लिए टास्क फोर्स द्वारा लगातार कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने रांची क्षेत्र के लंबित कांडों की स्थिति, कोयला चोरी से संबंधित लंबित कांडों की स्थिति और कोयला चोरी रोकने के लिए गठित टास्क फोर्स की ओर से की गयी कार्रवाई से संबंधित जानकारी दी।
बैठक में एडीजी अभियान संजय आनन्द राव लाठकर, आईजी अभियान एवी होमकर, सीआईडी आईजी असीम विक्रांत मिंज, डीआईजी अनूप बिरथरे, सीआईजी डीआईजी एम तमिल वानन, सीआईडी एसपी कार्तिक एस और एसएसपी रांची किशोर कौशल सहित अन्य मौजूद थे।