रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड सरकार को पत्र लिखकर रेवेन्यू ऑफिसर भानु प्रताप प्रसाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अनुशंसा की है। भानु प्रताप वही हल्का कर्मचारी है, जिसके घर से जमीन घोटाले में हुई छापेमारी के दौरान हजारों सरकारी दस्तावेज और 17 रजिस्टर और नकदी बरामद हुए थे।
चेशायर होम रोड की बेशकीमती भूमि की खरीद- बिक्री और म्यूटेशन में भी भानु प्रताप और बड़गाईं सीओ (अंचल अधिकारी) की भूमिका संदिग्ध है। ईडी ने इस मामले में प्रदीप बागची, बड़गाईं अंचल के हल्का कर्मचारी भानु प्रताप, अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया था। साथ ही रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। सभी आरोपित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में हैं।