रांची। झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो रविवार को बतौर मुख्य अतिथि अंजुमन फरोग उर्दू झारखंड और जमीयतुल-इराकीन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल हुए।
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कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के 347 उर्दू छात्रों को सम्मानित किया गया जिन्होंने मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षाओं में उत्कृष्ट सफलता प्राप्त की है।
उर्दू भाषा और साहित्य, शिक्षा एवं सामाजिक जागरूकता के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाने वाले अंजुमन फरोग उर्दू झारखंड और जमीयतुल इराकीन का यह कार्यक्रम के गुलशन मैरेज हॉल कर्बला चौक रांची में आयोजित हुआ ।
समारोह मे विशिष्ट अतिथि के रूप राजमहल के विधायक एमटी राजा, और झारखंड सुननी वक्फ बोर्ड के सदस्य इबरार अहमद, झारखंड अंजुमन के जुनैद अनवर, जमीयतुल इराकीन के महासचिव सैफुल हक, मजलिस उलेमा के महासचिव मुफ्ती तल्हा नदवी, अंजुमन इस्लामिया के महासचिव डॉक्टर तारिक मौजूद थे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा जीवन के सभी पहलुओं में सुधार करने और एक बेहतर समाज बनाने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है। शिक्षा जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो व्यक्ति को ज्ञान, कौशल और समझ प्रदान करती है। यह न केवल व्यक्तिगत विकास में सहायक है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति बेहतर निर्णय ले सकता है, अपने जीवन को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकता है और समाज में सकारात्मक योगदान दे सकता है।
कार्यक्रम के दौरान अंजुमन फरोग उर्दू के अध्यक्ष मो इकबाल ने स्पीकर को मांग पत्र सौंपा। जिसमें उर्दू एकेडमी का गठन, मदरसा बोर्ड का गठन, आलिम फाजिल यूनिवर्सिटी आदि मांगों का उल्लेख किया गया।
स्पीकर ने आश्वाशन दिया कि आपके मांग पत्र को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंचा देंगे।
वहीं विधायक एमटी राजा ने कहा कि शिक्षा से हमें रोज़गार और किरदार दोनों मिलते हैं।
उर्दू भाषा और इसके साहित्य इस देश की विरासत है। हमारा दायित्व है कि हम इसे कामयाब भाषा के रूप में अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं।
जानकारी दी गई कि कार्यक्रम खलीलुर रहमान पूर्व सचिव जमीयतुल इराकीन रांची की याद में किया गया।
इस मौके पर मो इकबाल, दानिश अयाज़, प्रोफेसर ग़ालिब नश्तर, हाजी अफसर कुरैशी, मो गयासुद्दीन, मो इस्लाम, डॉक्टर अय्यूब, प्रोफेसर आफताब, रमजान कुरैशी, आफताब आलम और बच्चे के अभिभावक भी मौजूद रहे।