Fatehabad: बाढ़ के कारण हुए नुकसान की भरपाई को लेकर भारतीय किसान संघ का प्रतिनिधिमंडल आज जिलाध्यक्ष रोहताश पंघाल के नेतृत्व में अतिरिक्त उपायुक्त से मिला और उन्हें मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल ने एडीसी से कहा कि अब की बार अधिक बरसात के कारण हरियाणा के अनेक जिलों में बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई है। बाढ़ के कारण किसानों की धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है, जिससे किसानों की आर्थिक हालत बदतर हो गई है। उन्होंने सरकार से बाढ़ से प्रभावित किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिए जाने की मांग की।
इसके अलावा भारतीय किसान संघ ने गन्ने की खराब फसल का उसकी लागत को देखते हुए 70 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने, धान की खरीद 15 सितम्बर तक शुरू करना सुनिश्चित करने, किसान को पोर्टल पर उलझाने की बजाय मंडी गेट पर मैनुअल पर्ची की व्यवस्था कर धान खरीद करने, फतेहाबाद में बाढ़ के कारण टूटे रंगोई नाले को तुरंत सही करवाने की मांग की।
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उन्होंने कहा कि बीमा कम्पनी द्वारा अभी तक 2022 का बीमा क्लेम का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है, इसे जल्द किसानों को दिया जाए। बाढ़ के कारण जिन सड़कों को तोड़ा गया है, उनकी तुरंत मुरम्मत करवाई जाए ताकि लोगों को दिक्कत न हो। पीएम किसान निधि योजना की बकाया किस्तें तुरंत किसानों के खाते में डाली जाए।
बाढ़ के कारण मकानों, ट्यूब्वैलों को हुए नुकसान का तुरंत मुआवजा दिया जाए। प्रतिनिधिमंडल ने रतिया रोड से ढाणी ठोबा की ओर जाने वाली सडक़ पर बनाए गए गड्ढे को भी तुरंत भरने की मांग की। इस पर एडीसी ने तुरंत अधिकारियों को फोन कर इस समस्या के समाधान के निर्देश दिए। प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष रोहताश पंघाल ढाणी ठोबा, जिला मंत्री जितेन्द्र गढ़वाल, जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र भादू, सुधीर मेहता, ग्रामीण अध्यक्ष सूरजभान कासनिया, धर्मपाल जांगड़ा, कुलदीप पंघाल, सुभाष गढ़वाल, जिेन्द्र भोभरिया आदि मौजूद रहे।