रांची: झारखंड की राजनीति के लिए आज बड़ा दिन है। नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन(Champai Soren) के नेतृत्व वाली सरकार दो दिवसीय राज्य विधानसभा सत्र के पहले दिन विश्वास मत हासिल करने का प्रयास करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन(Hemant Soren), चंपई सोरेन सरकार के विश्वास मत में हिस्सा लेने के लिए विधानसभा पहुंच गए हैं। उन्हें ईडी(ED) की कड़ी निगरानी में ईडी कार्यालय से विधानसभा लाया गया है। ईडी की टीम विधानसभा के गेट नंबर वन पर रुक गयी। वहां से हेमंत सोरेन सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा में विधानसभा में दाखिल हुए। वह पहले की तरह नेता सदन की कुर्सी पर तो नहीं बैठ पाए। उन्हें सत्ता पक्ष की तरफ वाली आगे की कतार में नलिन सोरेन के बदल में बैठने की जगह मिली। उन्होंने सभी का अभिवादन किया। भाजपा के नेताओं से बात की। सभी साथियों से उन्होंने बात भी की। लेकिन कोर्ट की मनाही की वजह से उन्होंने मीडिया को किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया।
पत्रकार अपने-अपने कैमरे के साथ हेमंत सोरेन के आगे खड़े हो गए थे। वह कार से निकलने के बाद विधानसभा की ओर नहीं बढ़ पा रहे थे, क्योंकि पत्रकार वहां डटे हुए थे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे उन्हें जाने का रास्ता दें, लेकिन कोई हट नहीं रहा था।
जमीन घोटाला मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को किया है गिरफ्तार
जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है। अभी वह ईडी की रिमांड में हैं। कोर्ट की अनुमति से चंपई सोरेन सरकार के शक्ति परीक्षण में शामिल होने के लिए विधानसभा पहुंचे हैं।