रांची/हजारीबाग। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि यह सरकार दिल्ली और रांची के बंद और एयर कंडीशंड कमरे से नहीं बल्कि गांव और पंचायत से चल रही है। जिस गांव में आने-जाने का रास्ता तक नहीं है, वहां अधिकारी पूरे दल-बल के साथ योजनाओं की पोटली लेकर पहुंच रहे हैं तथा आपको लाभान्वित करने का काम कर रहे हैं। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री सोरेन सोमवार को हजारीबाग के ईचाक प्रखंड के तेतरीय ग्राम में “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” के चल रहे तीसरे चरण के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर 773 करोड़ 30 लाख 10 हजार रुपये की 536 योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया। इसमें 537 करोड़ 6 लाख 80 हजार रुपये की 334 योजनाओं की नींव रखी गई, जबकि 236 करोड़ 23 लाख 30 हजार रुपये की 202 योजनाओं का उद्घाटन संपन्न हुआ। वहीं, विभिन्न योजनाओं के 2 लाख 47 हजार 842 लाभुकों के बीच 247 करोड़ 81 लाख 40 हजार 98 रुपये की परिसंपत्तियां बांटी गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार एक ऐसा महाअभियान है, जिसमें गांव- पंचायत में शिविर लगाकर आम जन की समस्याओं का समाधान हो रहा है। उन्होंने कहा कि बुनियादी समस्याओं की जानकारी लेने के साथ उसका समाधान हो रहा है। यहां लोगों को सरकार की योजनाओं से अवगत कराने के साथ इसका लाभ दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बने 23 वर्ष हो चुके हैं। पिछले दो दशकों में लगातार जनहित की अनदेखी होती रही। लोगों की समस्याओं को नजर अंदाज किया जाता रहा। जिला और प्रखंड कार्यालय सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे। लेकिन, हमारी सरकार ने इस परिपाटी को बदला। अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई। उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे गांव और पंचायत का रुख करें तथा पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्याओं को सुनें और उसका समाधान निकालें। हमारी सरकार की सोच है कि अब प्रखंड कार्यालय से नहीं बल्कि पंचायत कार्यालय से आपको सरकार की सभी योजनाओं का लाभ और समस्याओं का समाधान मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड एक ऐसा राज्य है, जहां हर बुजुर्ग विधवा और दिव्यांग को पेंशन का लाभ मिल रहा है। हमारी सरकार यूनिवर्सल पेंशन स्कीम लागू कर सभी योग्य पात्रों को पेंशन से जोड़ रही है। मैं आपको बताना चाहूंगा कि आज कई ऐसे परिवार है जिसमें एक साथ कई पीढ़ी के लोग पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने बच्चियों के पढ़ाने की जिम्मेवारी अपने ऊपर ली है। बच्चियों की पढ़ाई आर्थिक तंगी के कारण बाधित नहीं हो, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा जा रहा है । इतना ही नहीं, बच्चियों के भविष्य संवारने का काम भी सरकार करेगी । अब बच्चियां पढ़- लिखकर इंजीनियर- डॉक्टर वकील और अफसर बनेंगी। इसके लिए सरकार द्वारा उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड एक युवा राज्य है। वर्ष 2025 में यह राज्य 25 वर्ष का हो जाएगा । हमने यह लक्ष्य तय किया है कि आने वाले दो वर्षों में झारखंड को इतना ताकतवर राज्य बनाएंगे कि वह अपने आप में हर काम के लिए सक्षम होगा ।किसी से मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोगों को उनका पूरा हक और अधिकार मिलेगा और वे खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हजारीबाग समेत कुछ जिलों में बिजली आपूर्ति के लिए डीवीसी पर जो निर्भरता है, उसे बहुत जल्द खत्म करेंगे । राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इन सभी जिलों में 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति हो । आज सिर्फ हजारीबाग जिले में एक लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ताओं को 100 यूनिट फ्री बिजली का लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में सड़कों का जाल बिछ रहा है। सरकार ने मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना शुरू की है। इस योजना के माध्यम से अब गांव-गांव से शहरों के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी। बुजुर्ग, दिव्यांग, महिलाएं विद्यार्थी और झारखंड आंदोलनकारी निःशुल्क इस परिवहन सेवा का लाभ ले सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के हर गरीब का अपना मकान होगा। सरकार ने अबुआ आवास योजना के तहत आठ लाख गरीबों के अपने आशियाना के सपने को पूरा करेगी। अगर जरूरत पड़ी तो इस योजना का दायरा और भी बढ़ाया जाएगा ताकि कोई भी गरीब व्यक्ति बिना अपना आवास के नहीं रहे।