Shimla। चुनावी वर्ष में हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) सरकार घर-द्वार जाकर लोगों की समस्या का समाधान करेगी। इसके लिए ”सरकार गांव के द्वार” (Gate of Government Village) कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
17 जनवरी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu) अपने गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन के गलोड़ से ”सरकार गांव के द्वार” कार्यक्रम का आगाज़ करेंगे और मौके पर लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। सभी मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव 12 जिलों के एक-एक गांव में जाएंगे। वे जन जनसमस्याओं को सुनेंगे और उनका निपटारा करेंगे।
बागवानी एवं राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी (Revenue Minister Jagat Singh Negi) ने सोमवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में बताया कि 12 फरवरी तक सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम चलेगा। इसके तहत गांव स्तर पर लोगों से संवाद और लोगों की समस्याओं का निपटारा किया जाएगा। प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्र में एक सप्ताह के अंदर समस्याओं का निपटारा करेंगे।
नेगी ने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। राज्य सरकार आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए संसाधन जुटाने का प्रयास कर रही है। केंद्र ने हिमाचल के साथ पिछले एक साल से सौतेला व्यवहार किया है जहां आपदा के लिए लगभग 10 हजार करोड़ की मांग की गई थी वहीं 633 करोड़ रुपये केवल एनडीआरएफ के तहत दिया गया है। वाटर सेस पर राजस्व मंत्री ने कहा कि इस मामले में केंद्र अड़ंगा डाल रहा है जबकि वाटर सेस सिक्किम, जम्मू-कश्मीर जैसे कई राज्यों में लागू है।