Dehradun: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (Governor Lieutenant General Gurmeet Singh) (सेनि) ने शुक्रवार को परिवार मिलन कार्यक्रम में कार्मिकों और उनके परिवार के सदस्यों की व्यक्तिगत समस्याओं के बारे में जाना। इस दौरान राज्यपाल को कई समस्याओं से अवगत कराया गया। जिस पर राज्यपाल की ओर से समस्याओं के समाधान का आश्वासन देते हुए दिए गए सुझावों पर अमल करने की बात कही।
शुक्रवार को राजभवन ऑडिटोरियम में आयोजित परिवार मिलन कार्यक्रम में राज्यपाल ने समस्त कार्मिकों और उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान राज्यपाल ने उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि राजभवन में कार्य करने वाले सभी अधिकारी और कर्मचारी एक परिवार के रूप में हैं। सभी अधिकारी व कार्मिक राजभवन की गरिमा, सम्मान और प्रतिष्ठा के अनुसार अपना व्यवहार बनाएं व कार्यों का संपादन करें। कार्यक्रम में राज्यपाल ने राजभवन की एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) का विमोचन किया।
राज्यपाल ने कहा कि राजभवन की एसओपी के माध्यम से यहां किए जाने वाले कार्यों के लिए सभी की जिम्मेदारियां और उत्तरदायित्व स्पष्ट किए गए हैं। इससे कार्मिकों की कार्य कुशलता बढ़ेगी।
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इस अवसर पर राज्यपाल ने ‘‘वातायन’’ पुस्तक का भी विमोचन किया। राज्यपाल के जीवनवृत्त पर आधारित इस पुस्तक को के.के. पाण्डे, ईआरपी सेल कुमाऊं विवि नैनीताल और पारितोष बंगवाल मीडिया को-ऑर्डिनेटर राजभवन द्वारा संयुक्त रूप से संपादन किया गया है। पुस्तक में राज्यपाल के बचपन से लेकर राज्यपाल के पद से पूर्व के वृतांत को बताया गया है।
राजभवन मीडिया को-ऑर्डिनेटर पारितोष बंगवाल ने बताया कि इस पुस्तक को लिखने का उद्देश्य युवा पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति और नैतिकता के लिए प्रेरित करना है। पुस्तक में एक सैन्य अधिकारी के साहस समर्पण की कहानी है। जो युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का कार्य करेगी।
राज्यपाल ने पुस्तक लेखन के लिए पारितोष बंगवाल और के.के. पाण्डे दोनों को सम्मानित करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि बेहद अल्प समय में इस पुस्तक को लिखा गया है।