चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने बुधवार को एक अहम फैसला लेते हुए कौशल रोजगार निगम के तहत कार्यरत कर्मचारियों के वेतन में दस से बीस प्रतिशत वृद्धि की है। बढ़ा हुआ वेतन 1 सितंबर से लागू होगा। सरकार के इस फैसले से सरकारी विभागों, बोर्ड-निगमों, विश्वविद्यालयों और सरकारी प्रतिष्ठानों के एक लाख से अधिक अनुबंधित कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। निगम ने तीनों श्रेणी के जिलों में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों के वेतन की दरों में बदलाव किया है।
कच्चे कर्मचारियों का वेतन निर्धारण करने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने सभी जिलों को महंगाई के अनुसार तीन श्रेणियों में बांटा है। प्रथम श्रेणी के जिलों में गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला, सोनीपत, दिल्ली और चंडीगढ़ शामिल हैं। द्वितीय श्रेणी के जिलों में पानीपत, झज्जर, पलवल, करनाल, अंबाला, हिसार, रोहतक, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर, भिवानी और जींद तथा तृतीय श्रेणी जिलों में महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, सिरसा, नूंह और चरखी दादरी हैं।
पांच साल तक का अनुभव रखने वाले कर्मियों को बेसिक दर के हिसाब से वेतनमान मिलेगा, जबकि पांच से 10 साल का अनुभव रखने वाले कर्मियों के वेतन में 10 प्रतिशत और इससे अधिक अनुभव रखने वाले कर्मियों को 20 प्रतिशत ज्यादा वेतन दिया जाएगा।
प्रथम श्रेणी के जिलों में वेतन
श्रेणी पांच वर्ष तक अनुभव (आधार मूल्य)
पांच से दस वर्ष का अनुभव (आधार मूल्य 10 प्रतिशत)
दस वर्ष से अधिक अनुभव (आधार मूल्य 20 प्रतिशत)
लेवल-1 18,400 20,250 22,100
लेवल-2 21,650 23,850 26,000
लेवल-3 22,300 24,550 26,800
द्वितीय श्रेणी के जिलों में वेतन
श्रेणी पांच वर्ष तक अनुभव (आधार मूल्य)
पांच से दस वर्ष का अनुभव आधार मूल्य 10 प्रतिशत
दस वर्ष से अधिक अनुभव आधार मूल्य 20 प्रतिशत
लेवल-1 16,250 17,900 19,500
लेवल-2 19,450 21,400 23,250
लेवल-3 20,100 22,150 24,150
तृतीय श्रेणी के जिलों में वेतन
श्रेणी पांच वर्ष तक अनुभव (आधार मूल्य)
पांच से दस वर्ष का अनुभव (आधार मूल्य 10 प्रतिशत)
दस वर्ष से अधिक अनुभव (आधार मूल्य 20 प्रतिशत)
लेवल-1 15,050 16,600 18,100
लेवल-2 18,300 20,150 22,000
लेवल-3 18,900 20,800 22,700