Faridabad: पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर शुक्रवार को कानून व्यवस्था की समीक्षा करने फरीदाबाद पहुंचे, जहां पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। पुलिस महानिदेशक के साथ एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ममता सिंह भी मौजूद थी। पुलिस महानिदेशक ने सम्मान गार्द से सलामी ली और इसके बाद उन्होंने फरीदाबाद के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जिसमें पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के साथ संयुक्त पुलिस आयुक्त ओपी नरवाल, डीसीपी हेडक्वार्टर हेमेंद्र कुमार मीणा, डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ, डीसीपी ट्रैफिक अमित यशवर्धन, डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा, डीसीपी एनआईटी नरेंद्र कादियान, डीसीपी बल्लबगढ़ राजेश दुग्गल सहित पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शुरू की जाएगी सेफ सिटी परियोजना। पुलिस सहायता के लिए काम काजी महिला डायल 112 से अपने मो0 से रजिस्ट्रेशन कर सकती है। पत्रकारों से रूबरू होते हुए पुलिस महानिदेशक शुत्रजीत कपूर ने कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखना और लोगों विशेषकर महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने के उद्देश्य से राज्य में जल्द ही ‘सेफ सिटी’ परियोजना शुरू की जाएगी ताकि महिलाएं अपने आपको कार्यस्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक परिवहन में पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करें।
ये भी पढ़ें : –कृषि मंत्री ने ढाणी ओबरा व देवराला के संपर्क मार्ग के निर्माण कार्य का किया शुभारंभ
उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य महिला में सुरक्षा की भावना को बढ़ाना है और उनके माता-पिता की चिंता को काम करना है। इसके लिए रात के समय यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए ओला, उबर व ऑटो चालकों का डाटा एकत्रित किया जाएगा। जो महिलाएं देर रात यात्रा करती हैं वह 112 नंबर पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकती हैं जिससे पुलिस के पास उनका नंबर स्थाई रूप से फीड हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘सेफ सिटी’ परियोजना के तहत महिलाओं के लिए सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयास किए जाएंगे ताकि उन्हें शैक्षणिक संस्थानों और कार्यस्थलों पर जाते समय अपनी सुरक्षा के बारे में कोई संदेह न हो। पुलिस इस उद्देश्य के लिए स्थानीय कैब यूनियनों, ऑटो यूनियनों और सार्वजनिक ट्रांसपोर्टरों के साथ समन्वय स्थापित करेगी और उन्हें महिला सुरक्षा के संबंध में सख्त निर्देश दिए जाएंगे।
ऑटो चालक को अपने ऑटो के नंबर, ऑटो चालक का नाम व मोबाइल नंबर सहित सारी जानकारी ऑटो के सामने लगानी होगी ताकि जो महिला इसमें यात्रा करें वह इसकी फोटो खींचकर ऑटो को सारी जानकारी पुलिस तक पहुंचा सके। अपराध पर अंकुश लगाने के लिए बीट सिस्टम में सुधार किया जाएगा जिसमें ग्राम प्रहरी उसके क्षेत्र में रहने वाले हर व्यक्ति की जानकारी रखेगा। ऐसा करने से पुलिस को अपराधियों की पूरी जानकारी होगी जिससे उन्हें पकडऩे में आसानी होगी और अपराध पर भी अंकुश लगेगा। इसके साथ ही नशा तस्करी पर भी लगाम कसी जाएगी।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए जीरो टॉलरेंस पॉलिसी रहेगी। उन्होंने कहा कि अच्छे कर्मचारियों को बढ़ावा दिया जाएगा और भ्रष्टाचार फैलाने वाले कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। सडक़ सुरक्षा के संबंध में बात करते हुए उन्होंने बताया कि सडक़ दुर्घटना के तीन कारण होते हैं जिसमें सडक़, वाहन या वाहन चालक इन तीनों में कुछ ना कुछ खामियां हो सकती हैं जिसकी वजह से सडक़ दुर्घटना घटित होती हैं।