रांची। हजारीबाग के चरही में पिछले सात जनवरी को एक महिला के साथ कुछ अपराधियों ने दुष्कर्म का प्रयास किया गया था। अपराधियों ने महिला का हाथ बांधकर जिंदा जला दिया था। घटना में पीड़िता बुरी तरह से झुलस गयी थी, जिसके बाद पीड़ित महिला को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था। पिछले 15 दिनों से वो जिंदगी से जंग लड़ रही थी। आखिरकार वो जिंदगी से जंग हार गयी। पीड़िता की रविवार को रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी।
पीड़िता के पिता ने बताया कि पिछले 15 दिन से उनकी बेटी का इलाज रिम्स के सर्जरी वार्ड में हो रहा था। डॉ. आरएस शर्मा की निगरानी में उसका इलाज किया जा रहा था। डॉक्टरों ने पहले ही कह दिया था कि पीड़िता लगभग 70 फीसदी जल चुकी है, ऐसे में उसका बचना मुश्किल है।
युवती की मौत के बाद परिजन आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि घटना के 15 दिन हो चुके हैं पर अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि रिम्स में इलाजरत उनकी बेटी जीवित ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया था कि उसके पति के दो भांजे और पड़ोसियों समेत चार लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया और उनके द्वारा खटिया में बांधकर उसे जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी।
पुलिस प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवार के साथ इंसाफ करने भरोसा दिया गया है। उनका कहना है कि इस घटना में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है। लड़की के द्वारा जिनका भी नाम लिया गया है उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लड़की की मौत के बाद परिजनों में आक्रोश है, वो राज्य सरकार एवं पुलिस प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की जाए।
उल्लेखनीय है कि सात जनवरी को दोपहर एक बजे युवती घर में अकेली थी। इसी दौरान तीन से चार युवक उसके घर में घुस गए और उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। जब लड़की ने इसका विरोध किया तो उन अपराधियों ने उसे खटिया से बांध दिया और उसे आग लगा दी। इस घटना में युवती करीब 70 फीसदी तक झुलस गयी। इसके बाद उसे इलाज के लिए रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया। परिजनों ने बताया कि तीन साल पहले उनकी बेटी की शादी हुई थी।