NEW DELHI : हार्पर कॉलिन्स ने प्रतिष्ठित वैदिक विद्वान और प्रवचनकर्ता दुष्यंत श्रीधर द्वारा लिखित बहुप्रशंसित कृति “रामायणम: खंड 1” का हिंदी अनुवाद बाजार में उपलब्ध होने की जानकारी दी। इस महाकाव्य का अनूठा पुनर्कथन, वाल्मीकि और नारद के बीच संवाद के रूप में प्रस्तुत किया गया है। जो इसे विशेष बनाता है।
यह पुस्तक पारंपरिक विद्वानों द्वारा स्वीकृत रचनात्मकता और दुर्लभ ऐतिहासिक तथ्यों का अद्भुत संयोजन है। इसमें प्रसिद्ध कलाकार केशव के रेखाचित्र और उपासना द्वारा दुर्लभ कलाकृतियों के चित्र भी सम्मिलित किए गए हैं। जिससे यह पुस्तक और भी मूल्यवान बन जाती है।
लेखक परिचय: दुष्यंत श्रीधर सनातन धर्म के सबसे लोकप्रिय प्रवचनकर्ताओं में से एक हैं। वे अब तक 23 देशों में तीन हजार पांच सौ से अधिक प्रवचन दे चुके हैं। उन्होंने हरिकथा की पारंपरिक शैली को नवीन दृष्टिकोण दिया है और वे अपनी रोचक और हास्यपूर्ण कथाओं के लिए प्रसिद्ध हैं। वे “देशिक दया” नामक धर्मार्थ ट्रस्ट के प्रबंधक भी हैं। जिसने कई सांस्कृतिक गतिविधियों का संचालन किया है। उन्हें श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार सहित कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा गया है।