Palamu। कर्नाटक और गुजरात में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) की पुष्टि के बाद झारखंड भी अलर्ट हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एचएमपीवी वायरस पहले से मौजूद है, पर ज्यादा आक्रामक नहीं है। इसके बावजूद लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सावधानी बरतनी है। इस वायरस से बचाव को लेकर राज्य के सभी सिविल सर्जन के साथ स्वास्थ्य विभाग ने बैठक की। साथ ही बचाव को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है।
यह भी पढ़े: ट्रैक्टर की चपेट में आने से बच्चे की मौत
पलामू में हेल्थ डिपार्टमेंट भी सजग हो गया है। सदर अस्पताल, सीएचसी एवं पीएससी को भी अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) की वजह से पलामू में आपाधापी न मचे, इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। जिले के सिविल सर्जन डा. अनिल कुमार के मुताबिक एचएमपीवी जानलेवा नहीं है पर सर्तक रहने की जरूरत है। इसके लिए कई स्तरों पर जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी की गयी है।
मंगलवार को जेलहाता स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए सिविल सर्जन डा. अनिल ने कहा कि एचएमपीवी वायरस का कोई मामला झारखंड में नहीं है, लेकिन दूसरे राज्य जैसे कर्नाटक में मामला सामने आया है। यहां से लोग काम करने के लिए कर्नाटक में गए हैं। वहां से लौटने के बाद इस वायरस के फैलने की संभावना है, लेकिन ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है। इससे बचाव के लिए जागरूकता अभियान पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है और सिमटम वाले लोगों को इलाज कराने और मास्क पहनने की सलाह दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि एचएमपीवी वायरस के लक्षण और संकेत सर्दी, खांसी, बुखार, नाक बहना, गला खराब होना, घबराहट, सांस की तकलीफ एवं रैशेज हो सकते हैं। इससे बचने का तरीका हाथों को रेगुलर तौर पर साबुन और पानी से धोने, खांसते या छींकते समय रूमाल, टिशू पेपर या कोहनी का प्रयोग करें। भीड़ भाड़ वाली जगहों में मास्क पहने, संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें।
सीएस ने कहा कि 14 वर्ष से नीचे और रोग निरोधक क्षमता नहीं रखने वाले लोगों पर इस वायरस का ज्यादा असर होता है। ऐसे लोगों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर कोरोना काल के समय बनाये गए कोविड वार्ड तैयार किये जायेंगे। पीएसए ऑक्सीजन प्लांट भी है। दवा उपलब्ध है। आवश्यकता अनुसार इस्तेमाल किया जायेगा।
जगह जगह जागरूकता के लिए पंपलेट, बैनर, हाडिंग आदि लगाये जायेंगे। सीएचसी एवं पीएचसी प्रभारी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर जानकारी दी जायेगी। सहिया के माध्यम से घर घर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।
मौके पर डीपीएम प्रकाश कुमार, कोराना महामारी विशेषज्ञ डा. अनूप कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।