Ranchi: विकसित भारत संकल्प यात्रा (Developed India Sankalp Yatra) ने केवल दो महीनों में भारत को वशीभूत कर दिया है, जिसमें 15 करोड़ से अधिक उत्साही प्रतिभागी शामिल हुए हैं। लोगों की यह विशाल भागीदारी एक उन्नतिशील और समावेशी भारत की दिशा में संगठित मार्ग बनाने के लिए यात्रा की तीव्रता के बारे में बहुत कुछ बताती है। विकसित भारत संकल्प यात्रा एक ऐतिहासिक पहल है जिसका उद्देश्य पूरे देश में सरकारी योजनाओं की 100 प्रतिशत परिपूर्णता सुनिश्चित करना है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्यों में अभियान शुरू होने के बाद लोगों की भागीदारी संख्या में तेजी से वृद्धि हुई। जहां चौथे सप्ताह के अंत में 13 दिसम्बर, 2023 को यात्रा 2.06 करोड़ लोगों तक पहुंची थी, वहीं पांचवें सप्ताह के अंत में 22 दिसम्बर, 2023 को यह संख्या बढ़कर पांच करोड़ हो गयी। अगले चार हफ्तों में, यात्रा में 10 करोड़ लोग शामिल हुए जिससे इसने 15 करोड़ प्रतिभागियों का आंकड़ा पार कर लिया। 17 जनवरी तक विकसित भारत संकल्प यात्रा डैशबोर्ड में 15.34 करोड़ प्रतिभागियों ने 2.21 लाख ग्राम पंचायतों और 9,541 शहरी स्थानों को कवर किया।
जनभागीदारी: हर कदम एक साथ : यात्रा जन भागीदारी की भावना का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गयी इस यात्रा का उद्देश्य शहरों और गांवों में घूमने वाली आईईसी वैन के माध्यम से प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक कल्याणकारी योजनाएं पहुंचाना है। इन वैनों के माध्यम से यह समुदायों को सरकारी योजनाओं, टिकाऊ खेती और किफायती स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता और वित्तीय स्वतंत्रता के बारे में जानकारी प्रदान करती है।
स्वास्थ्य शिविरों में चार करोड़ से अधिक लोगों की हुई जांच : 17 जनवरी 2023 तक स्वास्थ्य शिविरों में चार करोड़ से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है। माय भारत पर 38 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हैं। सभी के लिए सुलभ स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए दो करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कार्ड जारी किये गये हैं। यात्रा ने दो लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को कवर किया है। 11 करोड़ से अधिक लोगों ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है।
वास्तविक असर, गांव दर गांव : यात्रा के असर से कोई इंकार नहीं कर सकता। एक लाख से अधिक ग्राम पंचायतों ने आयुष्मान कार्डों के लिए 100 प्रतिशत परिपूर्णता हासिल की है, जिससे लाखों लोग स्वास्थ्य देखभाल पहुंच के साथ सशक्त हुए हैं। ‘हर घर जल’ योजना के माध्यम से स्वच्छ पानी अब 79 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों तक पहुंच रहा है, जबकि 1.38 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों में 100 प्रतिशत भूमि रिकॉर्ड डिजिटलीकरण से पारदर्शिता और सुरक्षा की सुविधा मिली है। इसके अलावा, 17 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों ने ओडीएफ प्लस अनुपालन हासिल कर लिया है, जो स्वच्छ जीवन का प्रमाण है।
आंकड़ों से परे, एक साझा सपना : यात्रा की सच्ची सफलता एक सामूहिक सपने को प्रज्जवलित करने में निहित है – एक ऐसे भारत का सपना जहां प्रगति हर दरवाजे तक पहुंचती है, जहां समृद्धि सभी के लिए साझा होती है और जहां विकास सशक्त जीवन में परिवर्तित होता है। प्रत्येक ग्राम पंचायत, प्रत्येक नामांकित लाभार्थी और ली गयी प्रत्येक प्रतिज्ञा के साथ यह यात्रा भारत को इस सपने को साकार करने के एक कदम और करीब ले जाती है।