New Delhi: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने शुक्रवार को कहा कि देश हर क्षेत्र में लगातार विकास कर रहा है। यह समय हमारे लिए हर क्षेत्र में प्रथम बनने के लिए अनुकूल है। शाह ने विज्ञान भवन में पीएचडी चैंबर आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मोदी सरकार ने देश के अर्थतंत्र को मजबूत करने का काम किया है। जो वादे वर्ष 2014 में किये सभी को पूरा किया। इसी का परिणाम है कि वर्ष 2014 में हम विश्व की 11वीं नंबर की अर्थव्यवस्था थे और वर्ष 2023 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरे हैं। वर्ष 2027 तक हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे रहे हैं।
In the last nine years, our nation has emerged as a lucrative destination for the global manufacturing sector. This, in turn, has opened a myriad of opportunities for our citizens.
Today at the 118th Annual Session of the PHD Chamber of Commerce and Industries, addressed the… pic.twitter.com/vASic9cnxr
— Amit Shah (@AmitShah) September 29, 2023
उन्होंने कहा कि 2013-14 में देश में चार यूनिकॉर्न स्टार्टअप थे, आज 115 यूनिकॉर्न के साथ भारत दुनिया के प्रमुख देशों में से एक है। वहीं, 2013-14 में देश में 350 स्टार्टअप थे और आज एक लाख से अधिक स्टार्टअप अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे रहे हैं। मोदी सरकार ने पिछले 09 साल के अंदर हर क्षेत्र में भारत को बदलने का प्रयास किया है और सफल भी रहे हैं। सरकार के प्रयास से देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली है।
Speaking at the 118th Annual Session of the PHD Chamber of Commerce and Industries, on 'Rising India: Amrit Kaal of Unprecedented Growth.' https://t.co/FGKRtyKiew
— Amit Shah (@AmitShah) September 29, 2023
ये भी पढ़ें : –आत्मघाती हमला, 52 से अधिक लोगों की मौत
गृहमंत्री शाह ने कहा कि हमारा देश सबसे युवा है और यहां सबसे ज्यादा इंजीनियर, डॉक्टर और टेक्नोक्रैट्स भी हमारे पास हैं। यहां लोकतंत्र भी है, टीम वर्क भी है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नीति निर्धारण भी स्पष्ट है। इसलिए अब भारत को अमृतकाल में हर क्षेत्र में अपने आपको सबसे पहले स्थान पर स्थापित होने से कोई नहीं रोक सकता। विदेशी मुद्रा भंडार हमारा बढ़ा है। पहले विदेशी मुद्रा भंडार हमारा 309 अरब डॉलर का था। अब बढ़कर 583 अरब डालर के पास पहुंच गया है। देश में जीएसटी कलेक्शन बढ़ा है। राज्यों को समय पर उनकी राशि उपलब्ध कराई जा रही है।