RANCHI: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (CM Hemant Soren) ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का ठीक तरह से गठन भी नहीं हुआ था और देश-दुनिया में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण ने दस्तक दी। वैश्विक महामारी के चलते देश में लंबे समय तक लॉकडाउन लगा रहा। झारखंड जैसे पिछड़े राज्य के लिए कोरोना जैसी आपदा राज्य के लिए अभिशाप जैसी थी। उन्होंने कहा कि जैसे ही वैश्विक महामारी का बादल छटा, हमारी सरकार ने वादों के अनुरूप राज्य को एक नई दिशा देने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री गुरुवार को सरकार के चार साल पूर्व होने पर कांके रोड, रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय परिसर में आयोजित पत्रकार संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के समय भी अन्य राज्यों के अपेक्षा झारखंड में बेहतर कार्य किया तथा गरीब, मजदूर, किसान सहित सभी को सुरक्षा प्रदान करते हुए महामारी का डटकर सामना किया। वैश्विक महामारी के चपेट में आकर हमारे मंत्रिमंडल के दो मंत्री भी शहीद हुए।
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आपकी सरकार एक प्रभावी अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार पूरे झारखंडियों की सरकार है। शुरुआती दिनों से ही हमारी सरकार ने राज्य के हर वर्ग, हर समाज को लेकर आगे बढ़ाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण और प्रभावी अभियान रहा है। इस अभियान के तहत हम विकास की राह में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे हैं। 29 दिसंबर को इस अभियान के तीसरे चरण का अंतिम पड़ाव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य होने के वजह से यहां आर्थिक, शैक्षणिक स्तर पर सहित कई विषमताएं रही हैं। हमारी सरकार में आपकी-योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार अभियान के माध्यम से इन विषमताओं पर काम करने का पुरजोर कोशिश हुई है।
जनता के साथ कदम से कदम मिलाकर चली राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य कर्मियों को संवेदनशील बनाने का प्रयास किया है। जिस उद्देश्य के साथ हम लोगों ने सरकार बनाई उसे उद्देश्य को पूरा करने के लिए यह सरकार अबतक गांव के लोगों के और राज्य की जनता की भावनाओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं। आगे हम लोगों को और कई चुनौतियों से सामना करना है लेकिन इन चुनौतियों से निपटने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राज्य का सर्वांगीण विकास केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के आपसी समन्वय से होता है लेकिन मेरा मानना है कि केंद्र सरकार से जो सहयोग हमें मिलना चाहिए था वह अपेक्षा के अनुरूप नहीं मिला है। केंद्र सरकार से कम सहयोग मिलने के बावजूद सरकार ने कदम रोके नहीं, बल्कि निरंतर आगे बढ़ते रहे।
सभी वर्गों को योजनाओं से जोड़ने का किया प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने झारखंड के किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं बेरोजगारों सहित सभी वर्ग को सरकार की विभिन्न भावी योजनाओं से जोड़ने का निरंतर प्रयास किया है। आगे भी करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में 80 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। मेरा मानना है कि राज्य का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब हम गांव को मजबूत करेंगे, जब गांव मजबूत होगा तभी शहर और राज्य मजबूत होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है कि हम झारखंड के गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर राज्य के माथे पर जो पिछड़ेपन का टैग लगा है उसे हटाने में जरूर कामयाब होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 20-25 में झारखंड युवा राज्य की गिनती में शुमार हो जाएगा। पिछले 20 वर्षों में इस राज्य को पूर्व सरकारों से जितनी अपेक्षाएं थीं उसके मुताबिक पूर्ववर्ती सरकारी बिल्कुल खरी नहीं उतर पाई यही वजह है कि आज झारखंड पिछड़ेपन का दंश झेल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में झारखंड में ऐसे कोई काम नहीं हुआ जिसके भरोसे आज हम हर चुनौती से लड़ने का सामना रखते हों लेकिन धीरे-धीरे ही सही हमारी सरकार झारखंड की जड़ को मजबूत करने पर लगी है। आने वाले कुछ वर्षों में हम इस राज्य को अपने बल पर खड़ा करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
झारखंड पहला राज्य जहां लागू किया गया ओपीएस
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य में महत्वपूर्ण राज्य सरकार के अंश के रूप में कार्य कर रहे कर्मचारियों, पुलिस कर्मियों, शिक्षकों आंगनबाड़ी कर्मियों सहित कई वर्ग के अनुबंधकर्मियों की पुरानी मांगों को पूरा करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे देश में सरकार के कर्मियों ने पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर सड़कों पर आंदोलन किया है। झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य है जहां पुरानी पेंशन योजना लागू हुई है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने झारखंड में सर्वजन पेंशन योजना लागू करने का काम कर दिखाया है। सर्वजन पेंशन योजना लागू करने वाला झारखंड पूरे देश में पहला राज्य है। वर्तमान समय में हमारे राज्य में 60 वर्ष से ऊपर सभी बुजुर्ग महिला-पुरुष, विधवा, दिव्यांगों को सामाजिक सुरक्षा से जोड़ने का कार्य कर दिखाया है। हमारी सरकार ने सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता में लेकर इसके दायरे को बढ़ाने पर बल दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने वाली पीढ़ी को सशक्त करने के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने झारखंड के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति राशि में वृद्धि की है। सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना से बच्चियों को जोड़ा गया है। इस योजना के तहत सभी पात्र बच्चियों को आर्थिक सहयोग किया जा रहा है ताकि उनकी पढ़ाई बीच में रुके नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा के लिए विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं उन्हें भी मरंग गोमके पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत शत-प्रतिशत स्कॉलरशिप दिया जा रहा है। राज्य में किसानों की ऋण माफी, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, सरकारी उपक्रमों में विभिन्न पदों पर नियुक्ति, प्रत्येक विभागों की नियुक्ति नियमावली बनाने, उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन, बेहतर उद्योग नीति के साथ-साथ कई विभिन्न क्षेत्रों में बहुत सारे कार्य किए गए हैं।
हाइड्रोजन इंजन का निर्माण करने वाला पहला राज्य
हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां हाइड्रोजन इंजन का निर्माण किया जाएगा। इस नियमित टाटा कमिन्स के साथ एमओयू हो चुका है। कई औद्योगिक संस्थानों द्वारा उद्योग स्थापित करने की कार्य योजना पाइपलाइन पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची शहर वासियों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए रांची शहर में फ्लाईओवर का जाल बिछाया जा रहा है। फ्लाईओवर निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। जल्द ही यह बनकर तैयार हो जाएगा।