रांची: झारखंड के पहले ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो के निधन पर शुक्रवार को विधानसभा परिसर में स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। रांची के लालपुर स्थित अमरावती अपार्टमेंट से उनका पार्थिव शरीर झारखंड विधानसभा परिसर लाया गया था। इससे पहले मंत्री बेबी देवी ने भी शोकाकुल परिवार से रांची के लालपुर स्थित अपार्टमेंट में मुलाकात कर ढाढ़स बंधाया और निधन पर शोक जताया। उनका पार्थिव शरीर रामगढ़, गोला, पेटरवार होते हुए बोकारो के बेरमो पहुंचेगा। दामोदर नद के तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने शोक जताते हुए कहा कि पूर्व ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो ने राज्य गठन के बाद प्रदेश को दिशा देने का काम किया था। झारखंड के विकास में उनके योगदान को भुला नहीं जा सकता है। वे हमेशा हमारे जेहन में रहेंगे। उनके निधन से वे मर्माहत हैं। झारखंड के इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
मंत्री बेबी देवी ने कहा कि लालचंद महतो के निधन से उन्होंने अपना अभिभावक को खो दिया। निधन की सूचना पर वे शुक्रवार की सुबह रांची के लालपुर स्थित अपार्टमेंट में पहुंचीं और शोक संतप्त परिवार से मिलीं व ढाढ़स बंधाया। लालचंद महतो की अंतिम यात्रा रांची से रामगढ़, गोला, पेटरवार, बहादुरपुर, जैनामोड़, पिछरी, फुसरो, नावाडीह होते हुए डुमरी पहुंचेगी और अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
बोकारो के बेरमो के बैदकारो स्थित पैतृक आवास से अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर रामविलास उच्च विद्यालय के समीप दामोदर नद के तट पर लाया जाएगा। इसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पूर्व मंत्री लाललंद महतो के मंझले भाई हिंद मजदूर किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव इंद्रदेव महतो ने जानकारी दी कि पिछले कुछ दिनों से इनकी तबीयत खराब चल रही थी। गुरुवार की रात 11 बजे वह अमरावती अपार्टमेंट स्थित अपने फ्लैट के बाथरूम में गिर गए थे। इससे बेहोश हो गए। इन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया।
लालचंद महतो का सियासी सफर:
लालचंद महतो तीन टर्म विधायक रहे। झारखंड के पहले ऊर्जा मंत्री रहे। 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर वे पहली बार जीते और विधानसभा पहुंचे। 1990 में दूसरी बार इन्होंने जनता दल के टिकट पर जीत हासिल की। 2000 में जनता दल यू से विधानसभा पहुंचे।