बेंगलुरु : बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव को 3 मार्च की देर शाम डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने 14.8 किलो सोने के साथ गिरफ्तार किया। इसकी जानकारी बुधवार (5 मार्च) को सामने आई है। रान्या कर्नाटक पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं। उन्होंने कन्नड़ फिल्मों माणिक्य और पाटकी में काम किया है। कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। डीआरआई अधिकारियों के मुताबिक, रान्या राव दुबई से एमिरेट्स फ्लाइट के जरिए भारत लौटी थीं। सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही उनकी एक्टिविटी पर नजर रख रही थीं, क्योंकि वह पिछले 15 दिनों में 4 बार दुबई जा चुकी थीं। रान्या के अपने कपड़ों में सोना छिपाए हुई थीं। जिसकी कीमत 12.56 करोड़ रुपए है। इसके अलावा पुलिस ने उसके घर पर भी रेड की। वहां से 2 करोड़ कीमत का सोना और 2 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ।
डीआरआई की दिल्ली टीम को पहले से ही रान्या के सोने की तस्करी में शामिल होने की जानकारी थी। इसलिए 3 मार्च को उनकी फ्लाइट के लैंड करने से दो घंटे पहले ही अधिकारी एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे।पुलिस के जरिए कस्टम से बचने की कोशिश जानकारी के मुताबिक रान्या राव ने एयरपोर्ट पर उतरते ही खुद को कर्नाटक के डीजीपी की बेटी बताया। साथ ही लोकल पुलिस से कॉन्टैक्ट कर एयरपोर्ट से निकालने की कोशिश की, लेकिन डीआरआई की टीम उन्हें बेंगलुरु के डीआरआई हेडक्वार्टर में पूछताछ के लिए ले गई। जांच में पता चला कि रान्या सोने को अपने कपड़ों में छिपाए हुई थीं। 3 मार्च की शाम 7 बजे उसे हिरासत में लिया गया। बिजनेस के नाम पर कर रही थी तस्करी जांच के दौरान रान्या ने दावा किया कि वह बिजनेस के सिलसिले में दुबई गई थीं।
हालांकि, डीआरआई अधिकारियों को शक है कि वह तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकती हैं। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यह पहली बार हुआ या वह पहले भी सोने की तस्करी में शामिल रही हैं। बीजेपी एमएलए बोले- यह सत्ता का दुरुपयोग है इस मामले में कांग्रेस विधायक एएस पोन्नना ने कहा इस तरह के मामले में डीजीपी की बेटी का फंसना एक्सीडेंटल है। वह एक आरोपी है और तस्करी की गतिविधियों में लिप्त है। कानून अपना काम करेगा। चाहे वह डीजीपी की बेटी हो, आम आदमी की बेटी हो, मुख्यमंत्री की बेटी या प्रधानमंत्री की बेटी हो। कानून के लिए सब सामान है। वहीं, भाजपा विधायक डॉ. भरत शेट्टी वाई ने कहा कि अगर यह सच है और इसमें लोकल पुलिस भी शामिल है तो यह सत्ता का दुरुपयोग है। सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।