बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी जीत के लिए एक्सपर्ट्स अपने-अपने हिसाब से मायने निकाल रहे हैं। पर जानकारी के मुताबिक एक शख्स हैं जो कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के थिंकटैंक के रूप में काम कर रहे था। यह शख्स कोई राजनेता नहीं हैं, बल्कि वह प्रशांत किशोर की तरह चुनावी रणनीतिकार हैं। टेक्सटाइल इंजीनियर की डिग्री हासिल करने वाले नरेश इस वक्त डिजिटल मार्केटिंग में जाना माना नाम हैं।
पिछले दो साल से नरेश अरोड़ा की कंपनी डिजाइन बॉक्स कर्नाटक में कांग्रेस और उसके नेताओं की पॉजिटिव छवि गढ़ने के मिशन पर लगी हुई थी। नरेश अरोड़ा ने सबसे पहले 2017 में हुए गुरदासपुर उपचुनाव में अपना जौहर दिखाया था। उसके बाद हिमाचल प्रदेश उपचुनावों में और पंजाब म्यूनिसिपल इलेक्शन 2018 और शाहकोट उपचुनाव 2018 सहित कई मौकों पर अपने कौशल का लोहा मनवा चुके हैं। मूल रूप से अमृतसर के रहने वाले नरेश बेंगलुरु में रहते हैं। उनकी कंपनी डिजाइन बॉक्स सात साल से चुनाव प्रबंधन का काम कर रही है।
कर्नाटक में कैसे किया कमाल
डिजाइन बॉक्स के निदेशक नरेश अरोड़ा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि वह पिछले दो साल से कर्नाटक के लिए काम कर रहे थे। उन्होंने अपने सर्वे से डीके शिवकुमार को आश्वस्त किया था कि कांग्रेस 140 सीटें जीतेंगी। यह नंबर करीब-करीब बिल्कुल सटीक निकला है। अब तक के नतीजों में कांग्रेस को 136 सीटें आई हैं।
नरेश बताते हैं कि 140 का मैजिक फिगर दो साल की मेहनत का नतीजा था। हमने कोई घर में बैठकर अनुमान नहीं लगाया था। जो बातें ग्राउंड से मिल रही थी उसी के आधार पर हम पहले से ही 140 सीटों की बात कर रहे थे। कांग्रेस को नये नरेटिव से प्रजेंट करने के सवाल पर नरेश ने बताया कि काफी रिसर्च के बाद कांग्रेस ने पांच गारंटी की बात कही। गांरटी की बात को लोगों तक पहुंचाने के लिए आपको नई तकनीक चाहिए जिससे आप लोगों को पार्टी से जोड़ सकते हैं। जैसे 2000 रुपये फैमिली के हाउसहोल्ड को देना हो हाउस फिमेल हेड को देना हो, चाहे बिजली के 200 यूनिट की बात हो। जब आप वोटर की भाषा में बात करने की कोशिश करते हैं तो जरूर आपको सफलता मिलती है। सोशल मीडिया या मीडिया नरेटिव नहीं होता है, यह केवल नरेटिव को आगे बढ़ाने में सिर्फ व्हीकल का काम करता है।