Prayagraj | संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ की तैयारी अपने अंतिम चरण में है। मुस्लिमों की एंट्री और दुकान लगाने को लेकर बयानबाजी तेज हो चुकी है। अखाड़ा परिषद और साधु-संतों की तरफ से प्रतिबंध लगाने की बात के बाद मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने महाकुंभ स्थल की जमीन को वक्फ की संपत्ति करार दिया है।
यह भी पढ़े: कल्याण सिंह की कार्यकुशलता, कर्मठता व प्रशासनिक क्षमता को हर किसी ने किया स्वीकार: योगी
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने दावा किया कि महाकुंभ मेले की जहां तैयारियां की जा रही हैं, वो जमीन वक्फ की है। मुसलमानों ने बड़ा दिल दिखाते हुए इस पर कोई आपत्ति नहीं की। शहाबुद्दीन रजवी ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि दूसरी तरफ अखाड़ा परिषद, साधु और बाबा लोग मुसलमानों के एंट्री पर रोक लगा रहे हैं। उन्होंने सीएम योगी को पत्र के जरिये बताया कि महाकुंभ मेला प्रयागराज में कई सौ मुसलमानों का धर्मांतरण कराया जाएगा, जो धर्मांतरण कानून के दायरे में आएगा।
महाकुंभ को लेकर सीएम योगी लगातार अपनी नजर बनाए हुए हैं। शनिवार को डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ की तैयारी का जायजा लिया था। योगी सरकार महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में 46 करोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है।