पलामू: जिला मुख्यालय में मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र के बेलवाटिका कुंजरा पट्टी में 60 महिलाओं के नाम पर एक करोड़ से अधिक ऋण फर्जीवाड़ा का मामला थाना पहुंच गया है। एफआइआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है। शनिवार को प्रभावित महिलाओं ने शहर थाना पहुंचकर एफआइआर के लिए आवेदन दिया। साथ ही विभिन्न फाइनेंस कंपनियों के द्वारा भुगतान के लिए शारीरिक-मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया गया।
बताते चलें कि शहर थाना क्षेत्र के ही बेलवाटिका की रहने वाली चरणजीत उर्फ बेबी नामक महिला पर विभिन्न बैंकों से उपरोक्त महिलाओं के नाम पर एक करोड़ से अधिक की राशि निकाल लेने का आरोप लगाया गया है। साथ ही शहर छोड़कर फरार हो जाने की जानकारी दी गई है। फाइनेंस कंपनियों में ऋण की राशि जमा नहीं होने पर कर्मी ऋण लेने वाली महिलाओं पर लगातार दबाव बनाये हुए हैं।
एफआइआर दर्ज करने के लिए आवेदन देने वाली बेलवाटीका कुंजरा पट्टी की खलिकुन बीवी पति समीर राइन ने कहा है कि उसके मुहल्ले बेलवाटीका की चरणजीत कौर उर्फ बेबी पति छोटू उर्फ हरजीत सिंह, उसके पिता महेन्द्र सिंह, भाई काका और सोनी देवी पति राजकुमार राम ने करीब 60 महिलाओं को बहला फुसलाकर एवं लालच देकर आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, फोटो लेकर उनके नाम पर भारत फाइनेंस बंधन बैंक, आरबीएल सहित एक दर्जन कंपनियों से एक करोड़ से अधिक की राशि निकाल ली है।
पीड़ित महिलाएं सोनी देवी, मीना देवी, मिरा देवी, नपसा बीवी, शबाना परवीण, मरियम बानो, रेहाना बीवी, माहेलका खातून, अफसाना बीवी, जैद बीवी, सुनैना देवी, ममता देवी, खुश्बू देवी, शमनम खातून, रिजवाना, अनु कुमारी, सरीता देवी, अंजली देवी, करिश्मा देवी, दीपा देवी, अंजू देवी, पारो देवी, कुसुम सहित अन्य ने कहा कि किसी के नाम पर तीन लाख तो किसी के 50 हजार, किसी के दो लाख तो किसी के नाम पर 35 हजार रूपए निकाल कर चरणजीत कौर फरार हो गयी है।
फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी रात 11 एवं 12 बजे तक घर पहुंच रहे हैं। डरा-धमका कर उनसे पैसे मांगे जा रहे हैं। कंपनी के कर्मचारियों की धमकी से पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है। डेली कमाने खाने वाले परिवार से वे लोग आते हैं। ऐसे में भारी भरकम ऋण की राशि चुकाने में असमर्थ हैं। महिलाओं ने पूरे मामले की जांच कर भागी दोनों महिलाओं को पकड़कर सामने लाने और कंपनी का बकाया पैसा भुगतान कराने एवं फाइनंेस कंपनियों की प्रताड़ना से राहत दिलाने की अपील की है।
प्रभावित महिलाओं का कहना है कि पूरे मामले का मास्टरमाइंड चरणजीत कौर के पति छोटू उर्फ हरजीत सिंह एवं उसके पिता महेन्द्र सिंह है। दोनों से पूछने पर बेटी-पतोहू के बारे में कोई जानकारी नहीं देते तथा अभद्र व्यवहार करके भगा दिया जाता है।
प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए महिलाओं के साथ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री लुड्डू खान एवं कोमल कुमार अंकू भी साथ गए थे।