भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद दिवस के अवसर पर भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित यूथ महापंचायत में प्रदेश की युवा नीति लांच की। उन्होंने इस मौके पर रिमाेट का बटन दबाकर युवा पोर्टल का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के मंच से यंग अचीवर्स को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को दोपहर करीब एक बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उन्होंने दीप प्रज्वलन एवं अमर शहीद सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने शहीद दिवस के अवसर पर आयोजित यूथ महापंचायत में सहभागिता करने के लिए पधारे सभी युवा प्रतिभागियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में प्रदेश की युवा नीति लांच की और युवा पोर्टल का शुभारंभ भी किया।
उन्होंने कार्यक्रम को शायराना अंदाज में संबोधित करते हुए कहा, “शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा। मैं अमर शहीदों के चरणों में प्रणाम करता हूं। अमर बलिदानों के त्याग, तपस्या और बलिदान के कारण हमारा देश स्वतंत्र हुआ। लेकिन स्वतंत्रता के बाद हमें पढ़ाया गया कि आजादी एक परिवार द्वारा दिलाई गई।”
इस मौके पर उन्होंने दो बड़ी घोषणाएं करते हुए कहा कि आने वाले समय में हिंदी में मेडिकल की सीटें रिजर्व की जाएंगी। नीट में सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए पांच फीसदी आरक्षण देकर अलग से मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 12वीं और ग्रेजुएशन के बाद जिनकी पढ़ाई छूट गई या छोड़ दी, उन्हें जॉब नहीं मिली, उनके लिए मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं अंग्रेजी का विरोधी नहीं लेकिन अंग्रेजी की बाध्यता हो, ये मध्य प्रदेश में नहीं होने देंगे। जब प्रतियोगिता की बात होती है, तो नीट में सरकारी स्कूलों के बच्चे छूट जाते हैं। अब हम नीट के रिजल्ट के आधार पर दो मेरिट लिस्ट बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अब तक मुख्यमंत्री मेधावी योजना की फीस की सीमा छह लाख रुपये थी, इसे बढ़ाकर आठ लाख रुपये कर रहा हूं। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में सुधार के लिए और सुझाव हों, तो भेज देना, मैं सुधार कर दूंगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तकलीफ मेरे मन में है। जब देश आजाद होने के बाद तत्कालीन सरकारों ने हमें आजादी का इतिहास पढ़ाया, तो हमें सिर्फ एक खानदान के बारे में बताया। हिंदुस्तान को आजादी पं. नेहरू जी ने दिलाई, इंदिरा गांधी ने दिलाई, गांधी जी ने दिलाई…। मैं गांधी जी के योगदान को प्रणाम करता हूं, लेकिन हम महारानी लक्ष्मी बाई, तात्या टोपे, लाला हरदयाल, खुदीराम, अशफाक उल्लाह खान, वीर सावरकर… को भूल गए। उनकी समाधि पर एक दिया भी नहीं, जिनके लहू से मिली थी आजादी ए वतन, जगमगा रहे थे मकबरे उनके, जो बेचा करते थे शहीदों के कफन। देश को आजादी का इतिहास भी ढंग से पढ़ाया नहीं गया लेकिन मैं धन्यवाद दूंगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को, जिन्होंने आजादी का सही इतिहास पढ़ाने का फैसला किया।
यूथ महापंचायत में फिल्मों में कई सुपरहिट गीत देने वाले मेघदीप बोस ने मंच से अपना अनुभव साझा किया। ओलंपियन विवेक सागर प्रसाद ने भी अपना अनुभव बताया। विवेक ने कहा कि मेरा घर और नौकरी दोनों का सपना मुख्यमंत्री चौहान ने पूरा किया है। खेल इतना आसान नहीं, जितना लगता है। खेल में बहुत स्कोप है। मुख्यमंत्री चौहान ने खेल को बढ़ावा दिया है।
इस मौके पर 22 साल की उम्र में उद्यम शुरू करने वाले अनुभव दुबे ने कहा कि अब हम गोरों (विदेशी आउटलेट) की फ्रेंचाइजी नहीं लेंगे, अब खुद की फ्रेंचाइजी शुरू करेंगे। अनुभव ने मुख्यमंत्री शिवराज चौहान की सोच को सलाम किया।