Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (cm ashok gehlot) की अध्यक्षता में शुक्रवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में नवगठित जिलों के सीमांकन की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया। इसके साथ ही राज्य सरकार ने उन्नीस नए जिलों के नोटिफिकेशन को मंजूरी दे दी है। जयपुर और जोधपुर जिले के भी दो टुकड़े किए गए हैं। इनके नगर निगम क्षेत्र को जयपुर-जोधपुर और इससे बाहर वाली तहसीलों को जयपुर-जोधपुर ग्रामीण में शामिल किया गया है।
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राजस्थान में पहले से 33 जिले थे। अब 19 नए जिलों के बाद 50 जिले हो गए हैं। पाली, सीकर, बांसवाड़ा को नया संभाग बनाया गया है, इसके बाद अब राज्य में 10 संभाग हो गए हैं। राजस्थान में अब दूदू सबसे छोटा जिला होगा। दूदू जिले में एक ही विधानसभा क्षेत्र रहेगा। क्षेत्रफल के हिसाब से जैसलमेर अभी भी सबसे बड़ा जिला रहेगा। 19 नवीन जिलों के गठन के लिए 18 वर्तमान जिलों का पुनर्गठन भी किया गया है।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने पत्रकार वार्ता में बताया कि इन नवीन जिलों से राज्य के विकास को एक नई गति मिलेगी तथा आमजन की सुगमता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सात अगस्त को सभी नए जिलों का उद्घाटन होगा। प्रभारी मंत्री नए जिलों का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने बताया कि नवीन जिलों के गठन से विकास संबंधी योजनाओं के क्रियान्वयन की और अधिक प्रभावी ढंग से मानिटरिंग हो सकेगी।
साथ ही प्रदेश के पिछड़े और दूरस्थ क्षेत्रों तक सरकार की पहुंच और अधिक सुगम होगी, जिससे इनकी समस्याओं का शीघ्र निराकरण हो सकेगा। राजस्व एवं दीवानी न्यायालयों की दूरियां घटने से इनमें लम्बित मामलों का त्वरित निस्तारण हो सकेगा तथा कानून व्यवस्था पर अधिक प्रभावी नियंत्रण हो पायेगा। जन अभाव अभियोगों का निराकरण और शीघ्रता एवं सुगम रूप से हो सकेगा। नए जिलों की अधिसूचना जारी होते ही अब वहां कलेक्टर, एसपी और जिला लेवल के ऑफिस खुलने शुरू होंगे।