Dumka: मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के अवसर पर रविवार को सतन आश्रम में मंत्र दीक्षा समारोह का आयोजन हुआ। फिनलैंड (Finland) से आये हुए 24 वर्षीय संतरी कुलमिआनी (Santry Kulmiani) सतन आश्रम (Satan Ashram) के वर्तमान गुरु स्वामी आत्मानंद (Guru Swami Atmanand) से मंत्र दीक्षा ली। संतरी कुलमिआनी (Santry Kulmiani) पारिवारिक इसाई संप्रदाय से थे। पिछले दो सालों से सनातन धर्म (eternal religion) के प्रति आकर्षित होते रहे।
जब इनके मां लिसा इकोसारी को इस विषय में पता चला तो उन्होंने संतरी को सनातन धर्म (eternal religion) को विस्तार से जानकारी लेने के लिए पिछले एक नवंबर को सतन आश्रम (Satan Ashram) में भेज दी। लिसा इकोसारी पिछले आठ सालों से स्वामीजी का अनुसरण करते हैं। पिछले दो महीना से संतरी सनातन धर्म को अच्छी तरह से जानकारी लेने के बाद सनातन धर्म को अपनाने का फैसला लेते हुए इस धर्म को अपनाने के लिए अपने मां-पिता से अनुमति ली। मंत्र दीक्षा लेकर संतरी ने कहा कि वह अभी अच्छे दिशा में चलने के लिए गुरु जी के साथ हमेशा के लिए रहेगें। समय-समय पर भारत में आकर और शिक्षा प्राप्त करेंगे।