रांची। राजधानी रांची में अब मरीजों को मुंबई वाली सुविधाएं मिलने वाली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को कांके के कदमा में बने रांची कैंसर अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर का उदघाटन करेंगे। इस अस्पताल के निर्माण में करीब चार सौ करोड़ की लागत लगी है।
इस अस्पताल का शिलान्यास 10 अक्तूबर, 2018 में हुआ था। अब करीब तीन साल में यह अस्पताल सुचारु रूप से संचालित होने के लिए तैयार है। हालांकि, रिनपास की जमीन पर एक साल पहले अस्पताल बनकर तैयार हो गया है। यहां ओपीडी चलाया जा रहा है। अभी मरीजों से रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर 135 रुपये लिये जा रहे हैं।
अस्पताल में फिलहाल 82 बेड उपलब्ध है। इसमें से 50 फीसदी बेड स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित होगा।साथ ही इस अस्पताल में 14 ऑपरेशन थियेटर और 28 बेड का आइसीयू भी रहने की बात कही जा रही है। साथ ही जरूरतमंद लोगों के लिए यहां आवासीय परिसर का निर्माण भी कराया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि इस अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल के शुरू होने से ना केवल झारखंड, बल्कि झारखंड के पड़ोसी राज्यों को भी बहुत ही फायदा होने वाला है। अन्य राज्यों के राज्यों के कैंसर रोगियों को बेहतर इलाज मिलेगा। कैंसर रोगियों को टीएमएच मुंबई के अलावा महानगरों के कैंसर अस्पताल में इलाज के लिए नहीं जाना होगा। वर्तमान में झारखंड के कैंसर रोगियों का इलाज रिम्स में होता है।