स्वदेश संवाददाता
इचाक : इको सेंसेटिव जॉन संघर्ष समिति के संरक्षक चंद्रदेव मेहता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इको सेंसेटिव जोन में पडने वाले इचाक,पदमा, बरकट्ठा, सदर, एवं कटकमसांडी प्रखंड के 218 गांव के लोगों से वोट का बहिष्कार करने का आह्वान किया। कहा कि जब तक हमारे क्षेत्र में इको सेंसेटिव जोन की दूरी कम ना हो तब तक इको सेंसेटिव जोन में पडने वाले 218 गांव के लोग लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करें जब हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को हमारे समस्याओं की कोई चिंता ही नहीं तो फिर हम उन्हें वोट क्यों दें? संघर्ष समिति सचिव राजेश मेहता ने कहा कि जब चुनाव आता है तो बड़े-बड़े नेता एवं जनप्रतिनिधि वोट मांगने पहुंचते हैं और बड़े-बड़े वादे करते हैं परंतु इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या इको सेंसेटिव जोन है जिसकी दूरी रघुवर सरकार द्वारा बढ़ा दिया गया है जिससे इस क्षेत्र में हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं एवं लाखों मजदूरों का निवाला छिन गया है परंतु इस मामले में कोई भी जनप्रतिनिधियों ने हमारे साथ खड़ा होने का काम नहीं किया है ना ही लोकसभा एवं विधानसभा में हमारी समस्याओं को लेकर आवाज बुलंद किया। कुशवाहा महासभा के प्रदेश सचिव रेणु कुमारी ने कहा कि 218 गांव के लोग पलायन को मजबूर हैं जिसे लेकर सभी जनप्रतिनिधि चाहे वह वर्तमान विधायक हो या वर्तमान सांसद सभी को क्षेत्र के समस्याओं से अवगत कराया गया परंतु किसी ने क्षेत्र के समस्याओं को निदान करने का कोशिश नहीं किया।ऐसे में हम सभी क्षेत्र के आमजन मानस से आह्वान करते हैं कि वोट का बहिष्कार करते हुए ईको सेंसेटिव जोन के लिए निर्धारित दुरी कम करने के लिए चल रहे संघर्ष को और तेज करे।