उज्जैन। बहुराष्ट्रीय कंपनी पेप्सिको उज्जैन के विक्रम उद्योगपुरी में 1266 करोड़ रुपये का निवेश कर प्लांट लगाने जा रही है। इस ईकाई का निर्माण 22 एकड़ में हो रहा है। यहां उत्पादन 2026 में प्रारंभ हो जाएगा। पेप्सिको का वर्ल्डवाइड यह नौवां और भारत में दूसरा प्लांट है। यहां पर 30,500 मीट्रिक टन प्रति वर्ष कंसंट्रेट लिक्विड एंड सेमी लिक्विड कैपेसिटी का उत्पादन होगा। प्लांट में रूफटॉप सोलर प्लांट से ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा, साथ ही एनर्जी एफिशिएंट मशीनरी का प्रयोग किया होगा। यह जानकारी पेप्सिको के प्लांट मैनेजमेंट द्वारा बुधवार को उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह के विक्रम उद्योगपुरी का निरीक्षण के दौरान दी गई।
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दरअसल, उज्जैन कलेक्टर सिंह ने बुधवार को विक्रम उद्योगपुरी का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ एमपीआईडीसी कार्यकारी संचालक राजेश राठौर भी उपस्थित रहे। उन्होंने निरीक्षण की शुरुआत विक्रम औद्योगपुरी कार्यालय में पौधारोपण कर की। विक्रम औद्योगपुरी कार्यालय में कलेक्टर ने बैठक लेकर जानकारी प्राप्त की और औद्योगिक विकास संबंधित पर्याप्त बिजली,पानी,स्क्लि डेवलपमेंट ,आवागमन की सुविधा ,इनपुट-आउटपुट सप्लाई चेन और वित्तीय मदद संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम कृतिका भीमावद, दुर्गेश चौहान और एमपीआईडीसी के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
बैठक में एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक राठौर ने कलेक्टर को विभागीय जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एमपीआईडीसी द्वारा औद्योगीकरण को बढावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, इंडस्ट्रीयल एरीया में सप्लाई चेन व आवागमन के लिए कनेक्टिविटी स्थापित, इंडस्ट्रीज को फैसिलिटेट, पॉलिसी इंप्लीमेंटेशन, फाइनेंशली असिस्ट करने का कार्य किया जाता है। उज्जैन जिले में विक्रम उद्योगपुरी, ताजपुर इंडस्ट्रियल एरिया, मक्सी फेस दो इंडस्ट्रियल पार्क हैं। उक्त औद्योगिक क्षेत्रों में प्रमुख मेजर इंडस्ट्रियल यूनिट प्रतिभा स्वराज, श्रीनिवास फार्मा, सुधाकर पाईप्स,यशोदा लिनेन, इस्कान बालाजी फुड लिमिटेड, वीई कमर्शीयल प्राइवेट लिमिटेड, अमूल पंचमहल जिला कोऑपरेटिव, पेप्सीको, एमडीएच मसाला, कर्नाटक एंटीबायोटिक्स स्थापित है।
उन्होंने बताया कि विक्रम उद्योगपुरी में 312.89 हैक्टेयर एरिया विकसित किया जा चुका है, विक्रम उद्योगपुरी के दो भाग हैं जिसमें विक्रम उद्योगपुरी मल्टी प्रोडक्ट 773.21 एकड़ क्षेत्रफल मे व मेडिकल डिवाइस पार्क 360 एकड़ क्षेत्रफल मे विकसित हो रहें है। विक्रम उद्योगपुरी में 67 इंडस्ट्रीज को भूमि का अलॉटमेंट किया जा चुका है, जिसमें 11 अंडर प्रोडक्शन व 17 अंडर कंस्ट्रक्शन है । विक्रम औद्योगपुरी में राज्य का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क 360 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किया जा रहा हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क में आज तक 55 यूनिट एलोकेट की जा चुकी है और 2374 करोड़ रुपये का निवेश अभी तक प्राप्त हुआ है। मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन फैसिलिटी बायोमेडिकल लेब, मैकेनिकल बायोमटेरियल टेस्ट लैब, 3डी प्रिंटिंग इनक्यूबेशन सेंटर एंड प्रोटो टाइपिंग फेसिलिटी, प्लास्टिक प्रोसेसिंग लेब, टूल रुम, ईएमसी टेस्टिंग, इन्क्यूबेशन हब और स्किल ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण एमपीआईडीसी के द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इंडस्ट्रियल पार्क मक्सी फेज-2 का निर्माण 55 हेक्टेयर में किया जा रहा है। ताजपुर इंडस्ट्रियल एरिया 82.48 हेक्टर क्षेत्रफल में डेवलप किया जा रहा है, जिसमें 22 अंडर प्रोडक्शन व 34 अंडर कंस्ट्रक्शन है। उक्त औद्योगिक क्षेत्रों से उज्जैन का कृषि के साथ-साथ औद्योगीक विकास भी तीव्र गति से होगा। इंडस्ट्रियल एरिया के निर्माण से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा और आसपास के गांव एवं तहसीलों में व्यापार में वृद्धि होगी।
बैठक के पश्चात कलेक्टर ने 92.74 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित और 383 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करने वाले इस्कान बालाजी लिमिटेड चिप्स प्लांट का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने प्लांट मैनेजमेंट से चर्चा कर उज्जैन जिले में इन्वेस्टमेंट करने पर धन्यवाद दिया। कलेक्टर ने कंपनी मैनेजमेंट से उनका उज्जैन में निवेश का अनुभव जाना और उनसे उनकी सप्लाई चैन, श्रमिकों की स्किल्स, पानी-बिजली, जेंडर रेशियों और उनके विस्तारीकरण की योजना की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने कंपनी मैनेजमेंट को उनके कार्य के लिए मंगलकामनाएं दी और कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश अनुसार जिला प्रशासन औद्योगीकरण में आपका संपूर्ण सहयोग करेगा।
इसके पश्चात कलेक्टर ने पेप्सिको के निर्माणाधीन प्लांट का भ्रमण किया। कलेक्टर ने प्लांट मैनेजमेंट से पेप्सिको प्लांट की कार्य योजना और प्लांट ऑपरेशन के लिए आवश्यक इनपुट सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। मैनेजमेंट द्वारा जानकरी दी गई कि पेप्सिको द्वारा जिले में वाटर कंजर्वेशन के लिए 171 जल संरचनाओं की स्वस्छता, सौदर्यींकरण, पौधारोपण और पुनर्उद्धार पर कार्य किया जाएगा, प्लांट में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
कलेक्टर ने उक्त दोनों प्लांट के मेनेजमेंट से चर्चा कर निर्देश दिए कि जेंडर रेशियों और श्रमिकों की स्किलिंग पर विशेष ध्यान दें। महिला वर्कफोर्स को ज्यादा एंगेज करे जिससे समाज में औद्योगीकरण के लिए सकारात्मक परिवर्तन आएगा।