Ranchi । कोल इंडिया (Coal India) के नये चेयरमैन पीएम प्रसाद (PM Prasad) ने कहा कि 2025-26 तक एक बिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य हासिल करना उनकी प्राथमिकता में है। इसके लिए रुके हुए लैंड क्लीयरेंस, फॉरेस्ट और इंन्वायरमेंट क्लीयरेंस के काम को तेजी से पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 700 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हुआ। जबकि दो से ढाई साल में इसमें 300 मिलियन टन की बढ़ोतरी करनी है। उत्पादन बढ़ाने के साथ पावर सेक्टर को कोयला डिस्पैच इंश्योर करना भी उनकी प्राथमिकता में है। पीएम प्रसाद दरभंगा हाउस स्थित सीसीएल मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोयले का उत्पादन बढ़ने से नन कोकिंग कोल का आयात घटेगा। इससे विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी। अभी 160-200 मिलियन टन नन कोकिंग कोल कोयला भारत दूसरे देशों से आयात करता है।
उन्होंने कहा कि कोल इंडिया (Coal India) दो नए पावर प्लांट शुरू कर रहा है। इसमें महानंदी कंपनी में एमबीपीएल का 800 मेगावाट का पावर प्लांट शामिल है। वहीं, छत्तीसगढ़ में सीसीएल (CCL) का राज्य सरकार के साथ एक पावर प्लांट शुरू होने वाला है। यह 500 मेगावाट का है। कहा कि इसके शुरू होने से कोयले की लंबी ढुलाई कम होगी।
उन्होंने कोकिंग कोल का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि सीसीएल में कोटरे वसंत एलके में स्टेज वन क्लीयरेंस मिल गया है। इन्वायरमेंट क्लीयरेंस के बाद यहां पांच मिलियन टन उत्पादन शुरू हो जाएगा। भारत हर साल 50 मिलियन टन से अधिक कोकिंग कोल दूसरे देशों से आयात करता है।
पीएम प्रसाद (PM Prasad) ने कहा कि उनका जोर ईएसजी पर होगा। ई यानी इंवायरमेंट, सी यानी सोशल व जी यानी गवर्नेंस। कहा कि पर्यावरण के लिए लक्ष्य से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे। तालाबों का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही कोल इंडिया (Coal India) रिन्युअलब एनर्जी की दिशा में तीन हजार मेगावाट का सोलर प्लांट भी लगाएगा। इसे दो साल में पूरा किया जाएगा।
प्रसाद ने कहा कि उत्पादन में संतुलन के लिए ऑपन कास्ट के साथ अंडरग्राउंड खनन भी शुरू किया जाएगा। अभी दो माइन से अंडरग्राउंड खनन किया जा रहा है। इससे 26 मिलियन टन का उत्पादन हो रहा है। इसे 2030 तक 100 मिलियन टन तक पहुंचाने का लक्ष्य है।










