Jaipur। राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) भर्ती परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग को लेकर मंगलवार को युवाओं ने राजस्थान यूनिवर्सिटी (Rajasthan University) के मुख्य द्वार पर धरना-प्रदर्शन किया। धरना-प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि इतिहास में पहली बार मेंस परीक्षा के लिए तीन महीने से कम समय दिया जा रहा है। जो न सिर्फ युवाओं बल्कि राजस्थान के भविष्य के लिए भी ठीक नहीं है। इसके बाद सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक युवाओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफ्रॉम एक्स पर भर्ती परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने का हैश टैग ट्रेंड कर रहा है।
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर अभ्यर्थियों ने खून से लेटर लिखने के साथ ही भगवान राम का नाम लेकर सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े किए। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि इस बार मेंस परीक्षा के लिए तीन महीने से भी कम का समय दिया गया है। जो तैयारी के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में अगर सरकार ने भर्ती परीक्षा के शेड्यूल में संशोधन कर उन्हे तैयारी के लिए ज्यादा समय नहीं दिया। प्रदेशभर के युवा सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ेंगे।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाए की सरकार बदलने के बाद भी वही पेपर बनाने वाले विशेषज्ञ हैं। इनकी भूमिका संदिग्ध है। ऐसे में उन्हें बदला जाए। नए सिरे से प्रिंटिंग और पेपर बनाने का काम किया जाए। सरकारी सेवा में काम करने वाले परीक्षार्थियों की चुनाव में ड्यूटी लगने की वजह से उन्हें तैयारी का पर्याप्त समय नहीं मिल पाया। प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा के बीच कम से कम तीन महीने का समय रहना चाहिए। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आरएएस मुख्य भर्ती परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाया जाए।
गौरतलब है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आरएएस मुख्य भर्ती परीक्षा का आयोजन 27 और 28 जनवरी को किया जा रहा है।