पलवल। पलवल में 5 साल पहले 6 लोगों की हत्या करने वाले साइको किलर को न्यायाधीश प्रशांत राणा की कोर्ट ने मंगलवार को फांसी की सजा सुनाई है। दोषी ने गिरफ्तारी के वक्त पुलिस टीम पर भी हमला कर दिया था। उसे घायल अवस्था में पकड़ा गया था।
आपको बता दें कि 1 जनवरी 2018 की रात पलवल जिले में उस वक्त सनसनी फैल गई थी। जब 3 घंटे के अंतराल में नरेश धनखड़ नाम के शख्स ने 6 लोगों की हत्याएं कर दी थी। 4 लोगों को मारने के बाद आरोपी आगरा-मीनार गेट के पास पहुंचा था। यहां उसने एक चौकीदार को मौत के घाट उतारा और फिर इसके बाद थोड़ा आगे चलकर एक अस्पताल में घुसकर महिला की हत्या कर दी थी।
पुलिस को समझ ही नहीं आ रहा था कि एक के बाद एक मिल रही लाश एक ही व्यक्ति द्वारा की गई हत्या है। हत्या का पेटन भी एक जैसा था। नरेश धनखड़ ने जिनकी हत्या की उन पर सबसे पहले सिर पर ही वार किए थे। एक साथ 6 लोगों की हत्या होने के बाद जिले में सनसनी फैल गई थी।
सेना में लेफ्टिनेंस से रिटायर्ड होकर एसडीओ बना
दरअसल, साइको किलर नरेश धनखड़ 1999 में सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती हुआ था। वहां पर समय से पहले रिटार्यमेंट लेकर वह कृषि विभाग में 2016 में एडीओ भर्ती हो गया। बाद में उसका प्रमोशन एसडीओ के पद पर हुआ था। नरेश धनखड़ मछगर गांव का रहने वाला है। यह पलवल के ओमक्स सिटी में रह रहे थे। उसकी हरकतों के चलते उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर जा चुकी थी। 15 साल पहले नरेश की शादी पलवल निवासी सीमा के साथ हुई थी, नरेश का सीमा से 13 साल का एक बेटा भी है। पत्नी सीमा नरेश को छोडक़र अपने मायके चली गई थी, दोनों के बीच विवाद चल रहा था, लेकिन अभी तक तलाक नहीं हुआ है। 6 हत्याओं को आरोप में कोर्ट ने उसे दोषी ठहराया था। मंगलवार को कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई है। पलवल कोर्ट के वरिष्ठ वकिल कुलदीप सिंह ने बताया कि 5 साल तक यह केस चला है। नरेश की पलवल पुलिस के द्वारा गिरप्तारी के बाद से ही लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद थी।
मृतक खेमचंद की पत्नी कमला व सीताराम की पत्नी दौपती ने अदालत से जैसे ही हत्याओं के आरोपी नरेश धनकड़ को अदालत ने सजा सुनाई तो उन्होंने कहा कि आज अदालत ने उन्हें न्याय दिया है। वे उसी दिन से आस कर रही थी कि जिस तरह से उनके निर्दोश पतियों की हत्या की गई है, ऐसे दरिंदे को फांसी की सजा होनी चाहिए, अदालत ने आज यह कर दिया उन्हें आज शांति मिली है।