स्वदेश संवाददाता
बड़कागांव : एनटीपीसी बादाम कोल ब्लॉक के लिए हजारीबाग भू अर्जन के द्वारा अंबाजीत मध्य विद्यालय प्रांगण में आयोजित जनसुनवाई ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण रद्द हो गया। इस बाबत अंचलाधिकारी मनोज कुमार को ग्रामीणों को हस्ताक्षर युक्त मुहर लगाकर लिखित पेपर देना पड़ा। सुबह 10:00 से ही गोंदलपुरा बाबूपारा, रावतपारा, गाली, बालोदर, हाहे, बादम, अंबाजीत, रूदी, आदि कई गांव के हजारों लोग एनटीपीसी बादाम कोल कंपनी के खिलाफ तख्ती लिए कंपनी वापस जाओ जनसुनवाई रद्द करने की मांग को लेकर इकट्ठा हुए थे। इस दौरान ग्रामीणों ने जमीन नहीं देने व कोल ब्लॉक को रद्द करने को लेकर सोमवार सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 4:00 तक एसडीओ अशोक कुमार और सीओ को तकरीबन 6 घंटे तक घेरे रखा। इस दौरान विधि व्यवस्था को लेकर प्रशासन के द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे। ग्रामीणों का कहना था कि जब हम लोग किसी भी कोल कंपनी को अपनी जमीन को देना ही नहीं चाहते हैं तो यह जनसुनवाई क्यों हो रही है। हम किसी भी हालत में जमीन नहीं देंगे। हम अपनी बहु फसलीय जमीन से अपने परिवार का जीविकापार्जन करते हैं। अपने बच्चों की भविष्य के लिए हमें अपनी जान की कुर्बानी क्यों ना देना पड़े हम लोग पीछे नहीं हटेंगे। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा के कर्णपुरा बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हम लोग 2004 से सभी कोल खनन कंपनियों का विरोध कर रहे हैं। 2004 से अब तक कई कंपनी वापस जा चुकी। वापस जाने वाले कंपनी में मुख्य रूप से एमटा कोल ब्लॉक, निक्को जयसवाल और बिहार बिजली बोर्ड शामिल है।जनसुनवाई के दौरान पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, भाजपा के वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञानेश्वर शर्मा, जीप सदस्य सुनीता देवी, उप प्रमुख वचन देव कुमार, गोपी सिंह, श्रीकांत निराला, देवनाथ महतो, दीपक दास व अन्य प्रबुद्ध जनो ने एसडीओ और सीओ को घंटो तक समझाने बुझाने और ग्रामीणों की भारी विरोध के कारण अंततः 4:00 बजे शाम सीओ ने जनसुनवाई रद्द करने से संबंधित पेपर बनाकर ग्रामीणों को सुपुर्द किया गया। विधि व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने को लेकर मौके पर मुख्य रूप से बीडीओ जितेंद्र कु मंडल, एसडीपीओ पवन कुमार, इंस्पेक्टर अनिल कुमार, थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल के अलावा कई पदाधिकारी गण उपस्थित थे।