पलामू। पलामू में गुरूवार को भी मौसम का मिजाज बदला रहा। तेज हवा के साथ बारिश हुई। ओले भी गिरे। गर्मी से राहत मिली है, लेकिन खेत और खलिहानों में काट कर रखी गई गेहूं, चना समेत अन्य फसल को नुकसान पहुंचा है। कई गरीबों के आशियाने भी उजड़ गए हैं। वज्रपात भी हुआ। हालांकि समाचार लिखे जाने तक वज्रपात से किसी की मौत की सूचना नहीं मिली थी। 12 अप्रैल तक मौसम में बदलाव दिखेगा। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
यह भी पढ़े : आतंकी तहव्वुर राणा को दिल्ली लाया गया, NIA कोर्ट में होगी मुंबई हमले के मास्टरमाइंड की पेशी
जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में दोपहर तीन बजे अचानक मौसम ने करवट ली। दिन में रात जैसा नजारा हो गया। अंधेरा छाया रहा। झमाझम बारिश हुई। तेज हवा चली। करीब दो घंटे तक रूक रूक कर बारिश होती रही। अंधेरा छा जाने के कारण सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया था। कई वाहन हेडलाइट जलाकर चलते देखे गए। मौसम विभाग के अनुसार 20 मिनट में 26.5 एमएम बारिश हुई। ओला का आयाम 0.8 सेंटीमीटर से 1.5 सेंटीमीटर तय किया गया है, जबकि हवा की गति 15 केटी था।
बकोरिया में एनएच 39 पर गिरा पेड़, आवागमन बाधित
जिले के प्रखंड क्षेत्रों में भी गुरूवार दोपहर तेज बारिश हुई। सतबरवा प्रखंड क्षेत्र के बकोरिया में नेशनल हाइवे 39 पर पेड़ गिर गया। बकोरिया कब्रिस्तान के पास चिलबिल का पेड़ गिरने से आवागमन बाधित हो गया है। कब्रिस्तान का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त भी हुआ है। बीडीओ सह सीओ कृष्ण मुरारी तिर्की ने बताया कि पेड़ गिरने की सूचना मिली है, उसे हटाने के लिए नेशनल हाइवे फोरलेन का निर्माण कर रही कंपनी को निर्देश दिया गया है।
इधर, मो. अकबर ने बताया कि कब्रिस्तान के दाहिने ओर बड़ा पेड़ सड़क पर गिर गया है। आने जाने का रास्ता बंद हो गया है। आपातकालीन स्थिति में छोटे वाहनों को रूट डायवर्ट कर निकालने की व्यवस्था की गयी है।
इधर, जानकारी मिली है कि बारिश से रबी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। खेत में लगी खड़ी फसल के खराब होने के आसार बन गए हैं। वहीं खलिहान में फसल भींग जाने से बर्बाद होने की स्थिति में पहुंच गयी है। फल, सब्जी तथा अन्य मौसमी फसलों के बारिश के कारण बर्बाद होने की आशंका है।