रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मंगलवार को वीर बाल दिवस के मौके पर रायपुर के कचहरी चौक पर स्थित माता सुंदरी पब्लिक स्कूल पहुंचे। मुख्यमंत्री ने स्कूल में गुरू गोविंद सिंह के साहबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की याद में लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए वीर साहबजादों की तस्वीर पर दीप जलाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। उल्लेखनीय है कि वीर बाल दिवस पर गुरू गोविंद सिंह जी के परिवार के बलिदान और उनके सुपुत्रों की बलिदान को याद किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वीर बाल दिवस के अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि आज हमारा सौभाग्य है कि हम सभी यहां वीर बाल दिवस मनाने एकत्र हुए हैं। आज का दिन गुरु गोविंद सिंह जी के दोनों साहिबजादों की बलिदान का दिन है, जिन्होंने मुगलों के दबाव और यातनाओं बावजूद भी हार नहीं मानी और मात्र छह और नौ वर्ष की आयु में बलिदान को स्वीकार किया जिसके लिए उन्हें दीवार में चुनवा दिया गया । मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख समाज का इतिहास ऐसी ही कुर्बानियों से गौरवशाली बना हुआ है।
माता सुंदरी पब्लिक स्कूल के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस स्कूल का नामकरण वीर साहिबजादों की मां माता सुंदरी के नाम पर हुआ है , इस संस्था को मेरी बहुत शुभकामनाएं हैं। यह स्कूल लगातार तरक्की करता रहे यही मेरी सुभेच्छा है। वीर बाल दिवस के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि वो आज के दिन को वीर बालकों की शहादत की याद में वीर बाल दिवस के रूप में घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करता हूं।
छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने वीर बाल दिवस के अवसर पर सभी को बधाई देते हुए इसे पूरे देश में राष्ट्रीय आयोजन के रूप में मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने अपने बच्चों को निडर रहने और दुश्मनों के सामने न झुकने की शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि सिख समाज अपने सेवा, समर्पण और बलिदान और बहादुरी के लिए जाना जाता है।
वीर बाल दिवस कार्यक्रम के अवसर पर सिख समाज की तरफ से मुख्यमंत्री को कृपाण और शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। स्कूल के बच्चों ने इस मौके पर शब्द कीर्तन की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री ओपी चौधरी के साथ ही विधायक गण, सिख समाज के प्रतिनिधी तथा स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।