अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर निर्माणाधीन राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा चारों शंकराचार्य शामिल होंगे। देशभर के विभिन्न मत पंथों के करीब चार हजार साधु संत, विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े करीब 10 हजार अति विशिष्ट अतिथि इस पल के साक्षी बनेंगे। मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का देश-दुनिया में लाइव प्रसारण किया जायेगा। इसकी व्यवस्था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से रहेगी। इस दौरान अयोध्या आने वाले अतिथियों के ठहरने व भोजन की उत्तम व्यवस्था की जा रही है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भारत के सभी प्रदेशों के राज्यपाल व मुख्यमंत्रियों को आमंत्रण भेजा जाएगा। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सभी खेलों के बड़े खिलाड़ी, प्रख्यात साहित्यकार, वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकारों को आमंत्रित किया जाएगा। 1990 की कारसेवा में बलिदानी हुतात्माओं के परिजनों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम में विदेशों के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद रामलला के दर्शन का क्रम 26 जनवरी 2024 से लेकर पूरे फरवरी माह चलेगा। दर्शन की अवधि में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रान्त के अनुसार तय तिथि को दर्शन होंगे। सभी प्रान्तों के रामभक्तों को दर्शन के लिए एक-एक दिन मिलेंगे। इस दौरान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन के लिए 13 स्थानों पर रसोई चलेगी।
हर हिन्दू घर में आमंत्रण के साथ भेजा जाएगा राम मंदिर का चित्र
विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त संगठन मंत्री राजेश ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण प्रत्येक हिन्दू घर में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता श्रीराम जन्मभूमि से पूजित हल्दी व अक्षत, राम मंदिर का चित्र व निवेदन पत्र लेकर हर घर में जाएंगे और अयोध्या आने का आमंत्रण देंगे। यह अभियान 01 जनवरी से 15 जनवरी तक सारे देश में चलेगा। प्रान्त संगठन मंत्री ने बताया कि 22 जनवरी 2024 को देशभर के सभी मंदिरों में सुन्दर काण्ड व हनुमान चालीसा का पाठ होगा। वहीं मंदिर पर अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण भी श्रद्धालुओं को दिखाया जाएगा।