नई दिल्ली: इतिहास के विद्यार्थी रहे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास लगातार दूसरी बार दुनिया के शीर्ष बैंकर बने हैं। उनकी इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है।
ग्लोबल फाइनेंस मैगजीन द्वारा पिछले दिनों ही ‘सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स 2024’ (Global Finance Central Banker Report Cards 2024) में दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों के गवर्नर को काम के आधार पर ग्रेड दी थी। उसमें सबसे अच्छी ग्रेड “ए+”, “ए” और “ए-” हैं। अपने रिजर्व बैंक के गवर्नर को इसमें A+ की ग्रेडिंग मिली है।
Global Finance Central Banker Report Cards को 1994 के बाद से हर साल जारी किया जाता है। इसमें करीब 100 देशों के केंद्रीय बैंकों के गवर्नर को काम के आधार पर ग्रेड दी जाती है। इसमें यूरोपियन यूनियन के अलावा पूर्वी कैरेबियाई सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ सेंट्रल अफ्रीकन स्टेट्स और सेंट्रल बैंक ऑफ वेस्ट अफ्रीकन स्टेट्स शामिल हैं। इसमें ग्रेड महंगाई पर नियंत्रण, आर्थिक विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने, मुद्रा की स्थिरता और ब्याज दरों के मैनेजमेंट के आधार पर दी जाती है।
ग्लोबल फाइनेंस के संस्थापक और एडिटोरियल डायरेक्टर जोसेफ जियारापुटो ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में केंद्रीय बैंकों ने महंगाई को कम करने के लिए अपने प्राथमिक विकल्प अधिक ब्याज दरों को उपयोग किया है, अब पूरी दुनिया में महंगाई में कमी देखने को मिल रही है। दास ने बीते मंगलवार को ही कहा था कि बैंकों को क्रेडिट और डिपॉजिट में अंतर पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इससे लिक्विडिटी की समस्या पैदा हो सकती है। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि उन्होंने बैकों को इस स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए कहा है।
इतिहास के विद्यार्थी रहे हैं शक्तिकांत दास
शक्तिकांत दास विद्यार्थी जीवन में इतिहास के छात्र रहे हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास में बीए और इसी विषय में एमए की उपाधि हासिल की है। इसके बाद वह यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा को क्रैक कर भारतीय प्रशासनिक सेवा यानी आईएएस अधिकारी बने।