Ranchi | झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सह झारखंड राज्य सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के राज्य सदस्य विनोद तिवारी ने स्वास्थ्य बीमा लाभ योजना का लाभ सहायक अध्यापकों को नहीं मिलने से गहरी नाराजगी व्यक्त की है। झारखंड सरकार हमें दोयम दर्जे का यह कहा जाए कि हमे अत्यंत ही निम्न स्तरीय प्राणी समझती है। हर महीने सहायक अध्यापक विभिन्न तरह की घटनाओं में या असाध्य बीमारी से मर रहे हैं।
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लेकिन इस संवेदनहीन एवं निर्दय सरकार को थोड़ी सी भी तरस नहीं आई की सहायक शिक्षक भी झारखंडी लोग हैं। इस भेदभाव वाले निर्णय में सुदीप कुमार सोनू जी जो हमारे लिए घड़ीयाली आंसू बहते थे और विधायक बनने के पहले सहायक अध्यापकों को 50000 मानदेय देने की बात करने वाले स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी जी आज कहां खो गए। हर चुनावी मंच से पारा शिक्षकों को वेतनमान देने की घोषणा करने वाले माननीय मुख्यमंत्री जी आज कहां खो गए। पारा शिक्षकों को स्वास्थ्य बीमा योजना से क्यों वंचित किया गया? सरकार यह ना भूले की अभी भी हमारी संख्या दूसरे कर्मचारियों से बहुत ज्यादा है इट से इट बजाकर रख देंगे। सरकार गलतफहमी न पाले। झारखंड के सभी प्रखंडों में इतना पुतला जला दिया जाएगा की सरकार मुंह दिखाने के लायक नहीं बचेगी। झारखंड के सहायक अध्यापक इस लाभ से वंचित रहने के कारण बहुत अपमानित महसूस कर रहे हैं सरकार तुरंत इस पर ध्यान दें और इस लाभ से हमें भी लाभान्वित किया जाए।