Bhopal। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने मध्य प्रदेश के छह दर्शनीय स्थलों को अपनी अस्थायी सूची में शामिल किया है। ये दर्शनीय स्थल हैं- ग्वालियर का किला, धमनार का ऐतिहासिक समूह, भोजेश्वर महादेव मंदिर-भोजपुर, चंबल घाटी के रॉक कला स्थल, खूनी भंडारा, बुरहानपुर एवं रामनगर और मंडला का गोंड स्मारक। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Yadav) ने इस गौरव के क्षण के लिए प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव (Chief Minister Dr. Yadav) ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से कहा कि मध्य प्रदेश की महान संस्कृति एवं सभ्यता विश्व पटल पर भी प्रतिष्ठित हो रही है। यूनेस्को के विश्व हेरिटेज सेंटर द्वारा भारत की अस्थायी सूची में मध्य प्रदेश की छह धरोहरों को सम्मिलित किया गया है। मध्य प्रदेश की अद्भुत एवं सांस्कृतिक धरोहर अब विश्व धरोहर के रूप में होगी प्रतिष्ठित होंगी।
पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और मप्र टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के लिये यह गौरव विषय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव (Chief Minister Dr. Yadav) के मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देशन में प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों एवं संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से प्रयास किये जा रहे हैं। सूची में नाम आने से गंतव्यों को लेकर जागरूकता बढ़ेगी, पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और साथ ही एक वैश्विक पहचान मिलेगी। यूनेस्को की अस्थायी सूची में नामांकन के लिये बोर्ड द्वारा इन ऐतिहासिक धरोहरों के नामांकन की प्रक्रिया की गई थी। अब यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल की स्थायी सूची में इन स्थलों को सूचित कराने के लिये प्रयास शुरू किये जा चुके हैं।