पूर्वी सिंहभूम। लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी है। स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। दूसरी ओर गुरुवार को सोनारी स्थित जमशेदपुर एयरपोर्ट के एक हिस्से का छज्जा ढह जाने से अफरा-तफरी मच गई, हालांकि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।

यह भी पढ़े : रांची में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, कई जगहों पर जलभराव
बीते मंगलवार से हो रही भारी बारिश ने पूरे जमशेदपुर शहर को अपनी चपेट में ले लिया है। बारिश के कारण शहर की दोनों प्रमुख नदियां – स्वर्णरेखा और खरकई – उफान पर हैं और खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं। प्रशासन ने तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
इसी बीच गुरुवार को एक और हादसा टल गया, जब सोनारी स्थित जमशेदपुर एयरपोर्ट के एक पुराने हिस्से का छज्जा भरभराकर गिर पड़ा। यह घटना उस समय हुई जब कुछ ही दूरी पर लोग मौजूद थे, लेकिन सौभाग्यवश कोई हताहत नहीं हुआ।
एयरपोर्ट प्रबंधन ने तत्काल सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए स्थल का निरीक्षण शुरू कर दिया है। टाटा स्टील यूआइएसएल (पूर्व में जुस्को) की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने और संरचनात्मक सुरक्षा की जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी एयरपोर्ट की चाहरदीवारी ढह चुकी है, जिससे इसकी सुरक्षा व्यवस्था पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते पुराने ढांचों की मरम्मत नहीं की गई तो भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है। फिलहाल शहर में जलजमाव की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और बारिश का सिलसिला रुकने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और जरूरत पड़ने पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के लिए तैयार हैं।


