रांची/गिरिडीह। एक विधवा महिला से शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने के आरोपित दरोगा को एसपी ने रविवार को सस्पेंड कर दिया है। पीड़ित महिला ने इस संबंध में गिरिडीह जिले में पदस्थापित दारोगा भैयाराम उरांव के खिलाफ एसपी को शिकायत की थी। शिकायत के बाद एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यह कार्रवाई की है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़िता मुफस्सिल थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पीड़िता ने बगोदर थाना के दरोगा भैयाराम उरांव पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगायी है। शिकायत में बताया गया है कि दारोगा भैयाराम उरांव ने पहले शादी का झांसा दिया और यौन शोषण किया। इसके बाद शादी से इनकार कर दिया। दारोगा ने पीड़िता को जेल भेजने और जान मारने की धमकी दी। शिकायत में बताया गया है कि वर्ष 2017 में दरोगा भैयाराम मुफस्सिल थाना में पदस्थापित थे। पीड़िता सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के कारण हमेशा थाने जाया करती थी। इसी क्रम में दारोगा ने पीड़िता से कहा कि उसकी पत्नी का मौत हो गयी है और बच्चे बाहर पढ़ते हैं। खाना पकाने के लिए किसी को खोज दे। खाना बनाने में काफी दिक्कत होती है। जिसके बाद पीड़िता ने एक महिला को उसके पास काम पर रखवाया। इसके बाद पीड़िता और दारोगा में फोन पर बातचीत शुरू हो गयी। 2018 में दरोगा का स्थानांतरण मधुबन थाना हो गया। वहां से भी दरोगा पीड़िता से फोन से बातचीत करता रहा। उसने होली पर मधुबन में लगने वाले मेले में महिला को बुलाया। महिला जब वहां पहुंची तो दारोगा ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने बताया कि दरोगा उसे हमेशा बुलाया करता था और शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार उसके साथ यौन शोषण किया। इसी दौरान दरोगा को बगोदर थाना में पदस्थापित किया गया। वहां भाड़े का घर लेकर उसने महिला को पत्नी की तरह एक महीने तक रखा। इसके बाद पिछले महीने 12 जुलाई को एक महिला उस घर में आयी और खुद को दरोगा की पत्नी बताकर झगड़ा करने लगी। झगड़े के बाद दारोगा ने पीड़िता को घर से भगा दिया।