नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 10 वीं बार देश को संबोधित करते हुए 2024 के आम चुनाव का एजेंडा भी सेट कर दिया। प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए विपक्ष पर तीखा प्रहार किए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण भारत के विकास में सबसे बड़ा खतरा है।प्रधानमंत्री ने पिछले 10 सालों में किए गए अपने कार्यों को बताया साथ ही देश के विकास के लिए फिर से जनता से आशीर्वाद भी मांग।
पीएम ने तीन बुराइयों का जिक्र करत हुए कहा कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद ने देश को जकड़कर रखा है। वहीं, विकास का सबसे बड़ा दुश्मन है तुष्टीकरण। तुष्टीकरण ने समाजिक न्याय का बहुत नुकसान किया। पीएम ने तुष्टीकरण पर हल्ला बोलकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर सीधा हमला किया है।
पीएम ने कहा कि कुछ भी जो जाए भ्रष्टाचार को हमसहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यह हमारा दायित्व है कि आने वाली पीढ़ी को ऐसा देश दें, ताकि छोटी छोटी चीजों को पाने के लिए उन्हें संघर्ष न करना पड़े। पीएम ने कहा कि हमने पिछली सरकार की तुलना में करीब 20 गुना ज्यादा भ्रष्टाचारियों की संपत्ति जब्त की है। 2047 में अगर विकसित भारत का सपना साकार करना है तो भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि उनके कार्यकाल में कोरोना की विपत्ति के बावजूद महंगाई पर नियंत्रण रखने की कोशिश हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि 5 साल में साढ़े तेरह करोड़ गरीब भाई बहन गरीबी से बाहर आए हैं। मुद्रा योजना से 20 लाख करोड़ रुपये युवाओं को अपने कारोबार के लिए दिए हैं। इस योजना के चलते 8 करोड़ लोगों ने अपना कारोबार शुरू किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व कोरोना से अभी तक उबर नहीं पाया है। दूसरी ओर युद्ध ने नई मुसीबत पैदा की है। दुनिया महंगाई के संकट से जूझ रही है। फिर भी महंगाई को नियंत्रित करने में हमें सफलता मिली है।
पीएम मोदी ने 1000 साल की गुलामी की चर्चा करते हुए कहा कि हजारों साल पहले किसी ने भारत के एक छोटे राजा पर आक्रमण किया और उसका नुकसान पूरे देश पर हुआ और उसका प्रभाव एक हजार साल तक देश पर रहा। उन्होंने कहा कि आज हम देश के अमृतकाल में जो मेहनत , तपस्या करेंगे, जो फैसले करेंगे, जो कदम उठाएंगे उसका असर आगामी 1000 साल तक रहेगा।