Ranchi: राज्य में हड़िया और शराब बिक्री व निर्माण कार्य से जुड़ी महिलाओं के दिन बहुरने लगे हैं। मुख्यमंत्री के सार्थक प्रयास का प्रतिफल है कि 20 सितम्बर 2020 को शुरू हुए इस योजना के जरिये हड़िया और शराब बिक्री एवं निर्माण कार्य से जुड़ी 30,013 महिलाओं ने सम्मानजनक आजीविका को अपने जीवन का आधार बनाया। आज ये महिलाएं समाज में बदलाव की कहानी गढ़ दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन रहीं हैं।
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जागरूकता ने निभाया अहम किरदार, सरकार से मिला सहयोग
मुख्यमंत्री के निर्देश पर फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान का शुभारंभ हड़िया और शराब बिक्री एवं निर्माण कार्य से जुड़ी महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया था। अभियान का प्रथम चरण सितम्बर 2020 से प्रारम्भ हुआ। सर्वेक्षण के माध्यम से इस कार्य से जुड़ी महिलाओं की संख्या 15,284 दर्ज की गई। इनके बीच जागरूकता अभियान चलाया गया, ताकि ये सभी वैकल्पिक सम्मानजनक आजीविका गतिविधियों से जुड़ अपने जीवन को नई दिशा दे सकें। सरकार को इसमें सफलता मिली और 14,243 महिलाओं को रोजगार के अन्य वैकल्पिक साधनों से जोड़ा गया। इस चरण में महिलाओं के बीच ब्याज मुक्त कुल 1,424.3 लाख ऋण की सहयोग धनराशि उपलब्ध कराई गई। इसके बाद अभियान का दूसरा चरण 15 नवम्बर 2021 से 28 दिसम्बर 2021 तक संचालित किया गया। इसमें सर्वेक्षण के माध्यम से 9,474 महिलाएं चिन्हित हुर्इं और 9,291 महिलाओं को वैकल्पिक सम्मानजनक आजीविका गतिविधियों से जोड़ने में सफलता मिली। इन्हें रोजगार के अन्य साधनों से जोड़ने के लिए 929.1 लाख ब्याज मुक्त धनराशि उपलब्ध करायी गयी। इस तरह दो चरण में योजना के तहत 2,353.4 लाख की धनराशि महिलाओं को स्वरोजगार के लिए दिया गया। इसके बाद भी अभियान नहीं रुका हड़िया और शराब बिक्री एवं निर्माण कार्य से जुड़ी महिलाओं को चिन्हित करने का कार्य पूरे राज्य में चलता रहा। जिसका परिणाम है कि अबतक 30,013 महिलाओं को इस योजना से जोड़ बेहतर जीवन के अवसर प्रदान करने में राज्य सरकार को सफलता प्राप्त हुई है।